
'जन गण मन' यात्रा में पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी महासमुंद के लोगों से मिले, बोले - कानून से क्या होगा, महिलाओं को सम्मान देने से बनेगी बात
महासमुंद। 'Jana Gana Mana' Yatra : छत्तीसगढ़ के चुनाव में धर्मांतरण बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। बस्तर से लेकर सरगुजा तक इस पर बहस हो रही है। विधानसभा चुनाव से पहले पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी जन गण मन यात्रा के तहत जनमानस का मन टटोल रहे हैं। बुधवार को महासमुंद जिले में विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों, महिला और युवाओं से मुलाकात के दौरान डी लिस्टिंग की जरूरत पर बात हुई। गुलाब कोठारी ने इस पर कहा, कानून बनाने से धर्मांतरण नहीं रुकेगा। जब दो पक्ष राजी हों तो तीसरा क्या कर सकता है।
हमें ये सोचना चाहिए कि हम इतने मजबूर क्यों हो गए। क्या कारण है कि लोगों ने अपना धर्म छोड़कर दूसरा धर्म स्वीकार कर लिया। असल मायनों में घर वापसी करानी है तो उन्हें सम्मान दीजिए। हर व्यक्ति सम्मान का भूखा है। जब उनके मन में आपके लिए अच्छी भावना आएगी तो खुद ब खुद वे अपने मूल को लौटेंगे। ऐसे में डी लिस्टिंग कानून की जरूरत ही क्या है? उन्होंने कहा, स्नेह से ही व्यक्ति का मन जीता जा सकता है। मन जीत लिया तो व्यक्ति खुद ब खुद आपकी तरफ हो जाएगा।
कांग्रेस के पास बूथ स्तर पर कार्यकर्ता नहीं तो भाजपा के लिए एमएसपी बनेगी गले की फांस
मुलाकात के दौरान अलग-अलग दलों के प्रतिनिधियों ने गुलाब कोठारी के सामने एक-दूसरे की गलतियां गिनाईं। इस पर कोठारी ने कहा, हम दूसरों की गलतियां निकाल रहे हैं। हमें अपनी गलती पकड़नी है। सभी राजनीतिक दलों ने इस फॉर्मूले को अपना लिया तो देश सही रास्ते पर चलने लगेगा। बातचीत में उन्होंने दोनोें दलों की दो बड़ी कमजोरियां भी बताईं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पास बूथ लेवल पर कार्यकर्ताओं की कमी है।
ऐसे में सरकार की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाना मुश्किल टास्क है। भाजपा इस मामले में मजबूत है। वहीं भाजपा की बात करें तो राज्य सरकार द्वारा धान पर दिया जाने वाला समर्थन मूल्य 2640 रुपए है। भाजपा दावा करने की स्थिति में नहीं है किसानों से इतने ही या इससे ज्यादा कीमत पर धान खरीदी करेगी। अगर भाजपा ऐसा कहती है तो उन राज्यों की जनता को जवाब देना होगा जहां फिलहाल भाजपा की सरकार है।
नक्सल पीड़ित बच्चों से आत्मीय मुलाकात
महासमुंद पहुंचने से पहले कोठारी बेलसोंडा में कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट प्राथमिक स्कूल व मिडिल स्कूल पहुंचे। उन्होंने यहां पढ़ रहे 50 नक्सल पीड़ित बच्चों से मुलाकात की। यानी ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता नक्सलियों की वजह से मारे गए। बच्चों ने कोठारी को देशभक्ति पर आधारित एक गीत सुनाया जिसे सुनकर वे काफी खुश हुए। इस मौके पर गांव की सरपंच, महिला संगठनों व स्कूल की शिक्षिकाओं ने उन्हें सम्मानित किया।
Published on:
28 Sept 2023 12:34 pm
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