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Maharajganj Rape Case: पकौड़ी विक्रेता की बेटी से रेप कर रहा था भाजपा नेता, पिता ने देखा तो कर दी हत्या, कितनी सच है ये कहानी?

Maharajganj Rape Case: उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में पकौड़ी बेचने वाले की बेटी से उसके सामने ही रेप की वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस का कहना है कि उसका विरोध करने पर भाजपा नेता ने पीड़ित की हत्या कर दी। आइये जानते हैं कितना सच है ये कहानी...

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BJP leader rape dumpling seller daughter in Maharajganj 14 policemen present in line 5 suspended

महाराजगंज में भाजपा नेता ने किशोरी से घर में घुसकर किया दुष्कर्म।

Maharajganj Rape Case: उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले में एक बार फिर खाकी शर्मसार होती दिख रही है। यहां पकौड़ी बेचने वाले के सामने ही की बेटी से भाजपा नेता ने रेप किया। इसके बाद उसने अपने रसूख का फायदा उठाकर मामले को निपटाने की कोशिश की। इसमें पुलिस ने भी उसका साथ देने की कोशिश की। हालांकि एसपी ने इस मामले में 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। जबकि कोतवाल समेत 14 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। सस्पेंड हुए पुलिसकर्मियों में भाजपा नेता की मदद करने वाला चौकी इंचार्ज भी शामिल है। दलित किशोरी के साथ रेप करने वाला भाजपा कोई और नहीं, बल्कि महाराजगंज भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष राही मासूम रजा है, जो फिलहाल फरार है। पुलिस ने पुलिस ने भाजपा नेता राही मासूम रजा पर हत्या, दुष्कर्म समेत कई संगीन धाराओं में केस दर्ज किया है।

भाजपा नेता पर आरोप लगे हैं कि उसने शहर में किराए पर रहने वाले संतकबीरनगर जिले के दलित परिवार की बड़ी बेटी के साथ पहले दुष्कर्म किया। जब किशोरी के पिता ने दुष्कर्म करते देख लिया तो उसे अनजान जगह ले जाकर उसकी हत्या कर दी। जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया, लेकिन पुलिस भाजपा नेता के रसूख के सामने नतमस्तक हो गई। वहीं, इस पूरे मामले में भाजपा नेता ने मीडिया को बताया कि सभी तरह के आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उसने यह भी कहा कि उसे षडयंत्र के तहत फंसाया जा रहा है। साजिश करने वाले बेनकाब होंगे।

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पीड़िता ने ये दर्ज कराया मुकदमा
पूरे घटनाक्रम में कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर 17 वर्षीय किशोरी ने बताया कि घटना बीते 28 अगस्त की रात आठ बजे की है। उसका परिवार संतकबीरनगर जिले के मेंहदावल क्षेत्र का रहने वाला है। रोजी-रोटी की तलाश में पिता अपनी चार बेटियों व आठ साल के पुत्र के साथ महाराजगंज आया था। किराये के मकान में रहने के दौरान किशोरी का परिवार आरोपी के संपर्क में आ गया। युवती का पिता पिछले पांच साल से शहर में फुटपाथ के किनारे चाट-पकौड़ा बेचता था।

पीड़िता के मुताबिक, 28 अगस्त की रात को उसके पिता दुकान पर थे। उसी समय राही मासूम रजा उसके कमरे में घुस आया और उसके साथ दुष्कर्म करने लगा। तभी उसके पिता घर आ गए। बेटी के साथ दरिंदगी देख उसे बचाने के लिए संघर्ष करने लगा। आरोप है कि आरोपी राही मासूम रजा, उसके पिता को घसीट कर कहीं अनजान जगह ले गया और उसकी हत्या कर दी। घटना के पूर्व आरोपी ने उसकी छोटी बहन के साथ छेड़छाड़ भी की और मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी भी दी।

महाराजगंज भाजपा के जिला संयोजक ने क्या कहा?
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा का जिलाध्यक्ष राही मासूम रजा के खिलाफ हत्या, दुष्कर्म समेत कई अन्य गंभीर धाराओं में कार्रवाई होने के बाद भाजपा जिला संयोजक संजय पांडेय ने बताया कि रिपोर्ट भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रांतीय अध्यक्ष के अलावा प्रदेश नेतृत्व को भेज दी गई है। आगे से जैसा निर्देश मिलेगा, उसका अनुपालन कराया जाएगा पार्टी लेवल पर भी इसकी समीक्षा हो रही है।

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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दलित किशोरी के साथ रेप और उसके पिता के हत्या का आरोपी राही मासूम रजा के बारे में कहा जाता है कि वह एक चालाक नेता हैं। जिसकी सत्ता रहती है वो उसी का हो जाता है। हर दल से ये अपनी साठ-गांठ बना के रखता है। भाजपा से पहले वो समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी में रह चुका है।

अब जानिए असली कहानी...
दरअसल, भाजपा नेता द्वारा किरायेदार के नाबालिग बेटियों से रेप व छेड़छाड़ के मामले में पुलिसिया लापरवाही खुल कर सामने आई है। घटना के दिन अगर पुलिस ने अपना काम किया होता तो शायद पीड़िता का पिता जिंदा होता। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 28 अगस्त को पीड़िता के पिता ने आरोपी को अपनी बेटी के साथ रेप करते मौके पर पकड़ लिया था। मामला शहर के नगर चौकी पर भी ले जाया गया लेकिन भाजपा नेता के रसूख के आगे पुलिस नतमस्तक हो गई और पुलिस दोनों पक्ष के एक-एक लोग पर शांति भंग कर कोरम पूरा कर लिया। जिससे आहत पिता ने जहर पीकर अपनी जान दे दी। आरोप पुलिस पर न लगे इसलिए पुलिस ने हत्या वाले बिंदु पर पीड़िता पर दबाव बनाकर मनगढ़ंत कहानी बनवाकर मुकदमा दर्ज कर लिया।

एसपी ने कर दी बड़ी कार्रवाई
एसपी डॉ. कौस्तुभ ने कहा कि एसपी ने बताया कि पिता के जहरीला पदार्थ खाने के बाद पीड़िता ने नगर चौकी इंचार्ज को घटना का जिम्मेदार बताते हुए शिकायत की थी। लेकिन नगर चौकी पुलिस केस दर्ज करने के बजाय सुलह समझौता कराने में जुटी रही। इस मामले में कोतवाल सहित 14 पुलिसकर्मियों को लाइनहाजिर किया गया है।

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केस में बरती गई लापरवाही के कारण नगर चौकी इंचार्ज प्रवीण कुमार सिंह समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। चौकी इंचार्ज और इन पुलिसकर्मियों ने मामले में गंभीरता नहीं दिखाई। बिना कोतवाली के संज्ञान में लाए चौकी स्तर पर सुलह करने का प्रयास किया। इस पर चौकी प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह, आरक्षी आबिद अली, अरक्षी अखिलेश यादव, आरक्षी अखिलेश चौधरी व महिला आरक्षी प्रियंका सिंह को निलंबित किया गया है। इस मामले में फिलहाल जांच की जा रही है। दोषी को बख्‍शा नहीं जाएगा।