
50 हजार रिश्वत लेते धराए CMO और क्लर्क, इस बिल को पास करने के लिए ठेकेदार से ले रहे थे घूस
मध्य प्रदेश सरकार की तमाम सख्तियों और लोकायुक्त टीम की लगातार कार्रवाइयों के बावजूद सूबे में रिश्वतखोरी का मकड़जाल कम होने का नाम नहीं ले रहा है। आलम ये है कि, प्रदेश के सरकारी दफ्तरों में पदस्थ अधिकारी कर्मचारी लोगों के काम बिना रिश्वतखोरी करने को तैयार ही नहीं है। यही वजह है कि, यहां रोजाना लोकायुक्त कारर्वाई के दौरान अफसरों और कर्मचारियों को रिश्वतखोरी करते रंगेहाथ दबोचा जा रहा है। इसी कड़ी में आज मंडला जिले के अंतर्गत आने वाले निवास में जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने जिले के एक बड़े अफसर को रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोचा है।
आपको बता दें कि, जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए निवास नगर परिषद के सीएमओ और उनके क्लर्क को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। बता दें कि, दोनों रिश्वतोखों को एक ठेकेदार से रुपए लेते हुए ट्रैप किया गया है।
नलकूप करने की रकम पास कराने मांगी थी रिश्वत
आपको बता दें कि, मंडला जिले के महाराजपुर के ठेकेदार जगमोहन शंकर ने नगर परिषद निवास में साल 2022 में तीन नल कूप खनन का कार्य किया गया था, जिसका भुगतान करीब 1लाख 97 हजार रुपए होना था, जिसके लिए नगर नगर परिषद के सीएमओ उसे बीते सालभर से परेशान कर रहे थे, उनके द्वारा बिल पास करने के लिए करीब 80 हजार रुपए रिश्वत की मांग की जा रही थी। बाद में 50 हजार में मामला सेट हुआ, रिश्वत की रकम क्लर्क के हाथों में देना तय किया गया।
इस तरह धराए CMO और क्लर्क
वहीं, इस मामले को लेकर ठेकेदार ने इसकी शिकायत जबलपुर लोकायुक्त पुलिस में कर दी। शिकायत सही पाए जाने पर आज लोकायुक्त पुलिस ने घेराबंदी की, साथ ही ठेकेदार को रुपए लेकर पहुंचाया। वहीं, ठेकेदार ने जैसे ही क्लर्क को आज 50 हजार रुपए दिए, उसी दौरान जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने क्लर्क संदीप दुबे और उसके साथ सीएमओ विकेश कुमरे को रंगे हाथ दबोच लिया। कार्रवाई के बाद नगर परिषद में हड़कंप मच गया। फिलहाल, लोकायुक्त पुलिस की आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
Published on:
02 Mar 2023 03:54 pm
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