
Silver price rise can continue till Diwali, price may go upto Rs 70000
नई दिल्ली। कोरोना काल में सोने और चांदी ( Gold And Silver Price ) की चमक बढ़ गई है। खासतौर से चांदी ( Silver Price ) में ज्यादा निखार आया है। औद्योगिक मांग बढऩे और आपूर्ति कम रहने की वजह से वैश्विक बाजार में चांदी में जबरदस्त तेजी ( Silver Price Rise ) आई है जिससे भारतीय वायदा एवं हाजिर बाजार में चांदी की कीमतों में सोने से ज्यादा उछाल आई है।
घरेलू बाजारों में चांदी की कीमत में इजाफा
बाजार विश्लेषकों की माने तो चांदी इस साल दिवाली तक 70-80 हजार रुपए प्रति किलो तक जा सकती है। घरेलू वायदा बाजार में बुधवार को सोना ने फिर नया रिकॉर्ड बनाया और चांदी 2012 के बाद के सबसे उंचे स्तर पर चली गई। सोने का भाव पहली बार 50,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार किया जबकि चांदी 61,000 रुपए किलो से उपर तक उछली। दुनियाभर में कोरोना महामारी का प्रकोप गहराने से मार्च के बाद अब तक चांदी और सोने में जबदरस्त तेजी आई है और महंगी धातुओं के प्रति निवेश के बढ़ते रुझान से आगे और तेजी का रुझान बना हुआ है।
करीब 8 साल के उच्चतम स्तर पर चांदी
खासतौर से चांदी की औद्योगिक मांग बढऩे की उम्मीदों से ज्यादा तेजी आई है। घरेलू वायदा बाजार में 18 मार्च के बाद चांदी में 82 फीसदी का उछाल आया है। एमसीएक्स पर बुधवार को चांदी का भाव 61,280 रुपए प्रति किलो तक उछला जोकि 18 दिसंबर 2012 के बाद का सबसे उंचा स्तर है जब चांदी का भाव 62,164 रुपए प्रति किलो तक उछला था। वहीं, इस साल 18 मार्च को एमसीएक्स पर चांदी 33,580 रुपए प्रति किलो तक टूटी थी, जिसके बाद 27,700 रुपए यानी 82.48 फीसदी की तेजी आई है। बता दें कि चांदी एमसीएक्स पर इससे पहले 25 अप्रैल 2011 में 73,600 रुपए प्रति किलो तक उछला था जबकि हाजिर बाजार में चांदी का भाव 77,000 रुपए प्रति किलो तक उछला था। इंडिया बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के रेट के अनुसार, भारतीय सर्राफा बाजार में बुधवार को 24 कैरट सोने का हाजिर भाव (बिना जीएसटी) 50,220 रुपए प्रति 10 ग्राम और चांदी का भाव 60043 रुपए प्रति किलो था।
गोल्ड सिल्वर रेश्यो में सुधार
आईबीजेए के नेशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता ने कहा कि चांदी में तीन कारणों से तेजी आई है। पहली वजह, सोना और चांदी के भाव का अनुपात मार्च में बढ़कर 125 के उपर चला गया था जोकि आमतौर पर 65 के आसपास रहता है, इसलिए उसमें सुधार हो रहा है। दूसरी वजह, मेक्सिको में कोरोना के कारण खनन बाधित होने से सप्लाई की समस्या पैदा हो गई है। इसके अलावा चांदी की औद्योगिक मांग बढऩे की संभावना बनी हुई और दिवाली तक चांदी का भाव घरेलू हाजिर व वायदा बाजार में 70 से 80 हजार रुपए प्रति किलो तक जा सकती है। सोने में ज्यादा तेजी गुंजाइश नहीं है, लेकिन दिवाली में सोने का भाव 53,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है।
अच्छे मानसून के बाद बढ़ती है चांदी की डिमांड
एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता ने कहा कि सोना जब महंगा हो जाता है तो चांदी के आभूषणों की मांग बढ़ जाती है। इस बार मानसून अच्छा है जिससे फसलों की अच्छी पैदावार रहने पर त्योहारी सीजन में ग्रामीण इलाकों में चांदी की मांग जबरदस्त रह सकती है जिससे कीमत 70,000 रुपए प्रति किलो तक जा सकती है।
माइनिंग हो रही है प्रभावित
वहीं केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने कहा कि कोरोनावायरस संक्रमण के कारण खनन कार्य प्रभावित होने और आपूर्ति बाधित होने से चांदी की कीमतों में ज्यादा तेजी देखी जा रही है। हालांकि कोरोना काल में निवेश के सुरक्षित साधन की तरफ निवेशकों का रुझान बढऩे से महंगी धातुओं की कीमतों को लगातार सपोर्ट मिल रहा है। कमोडिटी विश्लेषक बताते हैं हार्ड एसेट्स के तौर पर इस समय सोना और चांदी लोगों की पहली पसंद बन गई है।
विदेशी बाजारों में सोना और चांदी
चांदी का अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर 23 डॉलर प्रति औंस के उपर चला गया है जबकि मार्च में चांदी का भाव 12 डॉलर प्रति औंस तक टूटा था। बता दें कि कॉमेक्स पर चांदी का भाव 2011 में 49.52 डॉलर प्रति औंस तक उछला था जोकि रिकॉर्ड स्तर है। कॉमेक्स सोने का भाव भी 1866.75 डॉलर प्रति औंस तक उछला जोकि नौ सितंबर 2011 के बाद उंचा स्तर है जब सोने का भाव 1881 डॉलर प्रति औंस के करीब था। जबकि कॉमेक्स पर सोने का भाव छह सितंबर 2011 में 1911.60 डॉलर प्रति औंस तक उछला था जोकि अब तक का रिकॉर्ड स्तर है।
Updated on:
23 Jul 2020 08:26 am
Published on:
23 Jul 2020 08:17 am
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