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यूपी का जामताड़ा: साइबर ठगों का अड्डा, 4 SP, 4 ASP, 4 CO, 326 पुलिस कर्मियों का छापा, 36 घंटों से चल रही कार्रवाई

Police Raid Cyber Criminal village राजस्थान, हरियाणा से सटा ऐसा गांव जिसे 'यूपी का जामताड़ा' कहा जाता है।‌ गांव के लोग ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं है। लेकिन साइबर क्राइम करने में एक्सपर्ट हैं। अब तक की सबसे बड़ी छापेमारी में 2 एसपी, 4 एएसपी, 4 सीओ सहित 300 पुलिसकर्मी शामिल हुए।

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पुलिस का सर्च अभियान फोटो सोर्स- मथुरा पुलिस

फोटो सोर्स- मथुरा पुलिस

Police Raid Cyber Criminal village मथुरा के गोवर्धन थाना क्षेत्र अंतर्गत चार गांवों में सुबह 5 बजे अचानक बूटों की आवाज सुनाई देने लगी। जिसे सुनकर गांव वालों की धड़कनें बढ़ गईं। गांव में अफरा-तफरी मच गई। अपराधियों में खौफ छा गया। लोग छिपने के लिए इधर-उधर भागने लगे। लेकिन छापा मारने वाली टीम के सदस्यों की संख्या इतनी अधिक थी कि पुलिस ने 42 संदिग्धों को हिरासत में लिया। जबकि एक सैकड़ा से ज्यादा के राजस्थान भाग जाने की खबर है। एसपी ग्रामीण ने बताया कि मौके से बड़ी संख्या में मोबाइल बरामद हुए हैं। सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

साइबर क्राइम के लिए कुख्यात गांव

उत्तर प्रदेश के मथुरा के गोवर्धन थाना क्षेत्र अंतर्गत देवसरस, मुरसेरस, दौलतपुर, नगला कटिया गांवों में छापा मारने के लिए पुलिस की दो टीमें बनाई गई। जिसका नेतृत्व एसपी ग्रामीण और एसपी क्राइम कर रहे थे। दोनों टीमों के लिए चार एएसपी, चार सीओ, 26 इंस्पेक्टर सहित कुल 300 पुलिसकर्मियों का चयन किया गया। 11 दिसंबर की सुबह करीब 5 बजे पुलिस टीमें गांव के बाहर पहुंची और गाड़ी को छोड़ दिया। यहां से पैदल खेतों की पगडंडी के बीच से गांव में पहुंचे।

लोग गहरी निंद्रा में थे

गांव में सन्नाटा पसरा था। लोग गहरी नींद में थे। पुलिस के बूटों की आवाज सन्नाटे को चीरती हुई ग्रामीणों के कानों में पहुंची तो हड़कंप मच गया। संदिग्ध लोगों में अफरा-तफरी मच गई। वे इधर-उधर भागने लगे। जिसको जहां जगह मिली, छिपने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस ने 42 को गिरफ्तार किया। इनमें कई लोगों को खेत से भी पकड़ा। एक सैकड़ा संदिग्ध के राजस्थान सीमा में घुसने की भी खबर है।

साइबर ठगी का केंद्र

गोवर्धन थाना क्षेत्र का देवसरस गांव साइबर ठगी करने वालों का बड़ा अड्डा माना जाता है। यह गांव राजस्थान और हरियाणा से सटा है और इसे उत्तर प्रदेश का जामताड़ा कहा जाता है। यहां के साइबर ठग ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं है। लेकिन साइबर क्राइम में एक्सपर्ट हैं। फोन पर बात करते-करते अकाउंट खाली कर देते हैं। वीडियो रिकॉर्ड, ऑनलाइन फ्रॉड, हैंगिंग, फिशिंग, साइबर क्राइम, स्पैम कॉल, ईमेल, ऑनलाइन ब्लैकमेलिंग सहित साइबर क्राइम के कई हथकंडे अपनाते हैं। ‌

क्या कहते हैं एसपी ग्रामीण?

एसपी ग्रामीण ने बताया कि एसएसपी के निर्देश पर सुबह साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। जिसमें चार एएसपी, चार क्षेत्राधिकारी, 26 इंस्पेक्टर को दो टीमों में बांटा गया था। गोवर्धन थाना क्षेत्र के देवसरस, मुरसेरस, दौलतपुर, नगला कटिया के सभी रास्तों की नाकाबंदी करके सर्च अभियान चलाया गया। जिसमें 42 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। पूछताछ की जा रही है। इनमें आठ संदिग्ध पुलिस की वांटेड सूची में शामिल थे।

सर्च अभियान जारी

एसपी ग्रामीण ने बताया कि साइबर टीम के साथ स्थानीय थाना पुलिस जांच कर रही है। इस क्षेत्र से अक्सर कॉल करके फ्रॉड करने के मामले आते हैं। ऐसे फोन और सिम की तलाश की जा रही है जिससे फोन किया गया है। यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। कई मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं। उनकी जांच की जा रही है कि इनका इस्तेमाल कहां किया गया है, किसके नाम से है और कहीं फर्जी सिम तो नहीं है। अभी भी सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।