रिश्वत लेने के आरोपी सीएससी प्रभारी डॉ शशि रंजन ने फोन पर बात करने पर कहा कि उन्हें फंसाए जाने की कोशिश की जा रही है। वहीं प्रभारी सीएमओ डॉ. पी के गुप्ता ने बताया कि बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे न्यू सेफ अस्पताल को सीज किया था।
मथुरा. बीते 26 नवम्बर को जनपद से स्वास्थ्य विभाग के एसीएमओ डॉ. पीके गुप्ता अपने अधीनस्थों के साथ कस्वा नौहझील पहुंचे और झोलाछाप व हॉस्पिटलों को चेक किया गया। जिनमे से न्यू सेफ हॉस्पिटल को सीज कर दिया गया। आरोप है कि न्यू सेफ हॉस्पिटल को खोलने के एवज में नौहझील सीएचसी प्रभारी डॉ शशि रंजन ने 35 हजार रुपए लिए, जिसका वीडियो पीड़ित ने बना लिया और वायरल कर दिया।
इस पूरे मामले में रिश्वत लेने के आरोपी सीएससी प्रभारी डॉ शशि रंजन ने फोन पर बात करने पर कहा कि उन्हें फंसाए जाने की कोशिश की जा रही है। वहीं प्रभारी सीएमओ डॉ. पी के गुप्ता ने बताया कि बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे न्यू सेफ अस्पताल को सीज किया था। उसने कुछ पैसे देने की पेशकश की थी, जिसे ठुकराकर हॉस्पिटल बंद कर दिया गया था। रिश्वत मांगने के आरोप पूरी तरह निराधार हैं।
वहीं उन्होंने कहा कि सीएचसी नौहझील प्रभारी डॉ. शशि रंजन किस से किस बात के पैसे ले रहे हैं इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। प्रभारी सीएमओ का यह भी कहना है कि माननीय द्वारा सील किए हुए क्लीनिक को चालू करवा दिया गया है, जिसके बाद अब उन्होंने इन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की बात कही।