मऊ. विपक्ष की गोलबंदी और सक्रीयता से चिंतित बीजेपी नहीं चाहती की 2019 में उसे किसी तरह का नुकसान हो और सत्ता से हाथ धोना पड़े। इसके लिये राष्ट्रीय स्तर पर नरेन्द्र मोदी और अमित शाह तो सूबे में राज्य स्तरीय नेता नए समीकरण के तहत काम में जुट गए हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह खुद बूथ लेबल तक के पदाधिकारियों से सम्पर्क कर रहे हैं ताकि कहीं भी कोई ऐसी कमी न रह जाए जिसका फायदा विपक्ष उठा ले। इसके लिये पार्टी के पुराने सिपह सालारों को फिर से रिफ्रेश किया जा रहा है तो जो निष्क्रीय हैं ऐसे लोगों को हटाकर उन लोगों को मौका दिया जा रहा है जो बेहतर रिजल्ट दे सकते हैं।
2019 के पहले प्रदेश से लेकर बूथ लेबल तक के पदाधिकारियों का रिव्यू कर उन्हें या तो सक्रीय किया जा रहा है या फिर कुछ नए चेहरों पर दांव लगाया जा रहा है। इसी क्रम में बाहुबली मुख्तार अंसारी का गढ़ कहे जाने वाले मऊ जिले की घोसी लोकसभा सीट हाथ से न निकल जाए इसके लिये बीजेपी अभी से एंड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए है। इसके लिये जिले में ऐसे जिम्मेदार बनाए जा रहे हैं जिन पर यदि जिम्मेदारी तय की जाय तो वह उस पर खरे उतरें। इसी क्रम में बीजेपी की स्थानीय इकाई की नई सूची जारी कर दी गयी।
जिलाध्यक्ष दुर्ग विजय राय की ओर से जारी की गयी इस नई सूची में कई पुराने चेहरों की जिम्मेदारी बढाई गई है तो कई नए चेहरे भी शामिल किये गए हैं। मौका उन्हीं को दिया गया है जिनपर पार्टी को भरोसा है कि वो कुद करेंगे। नई लिस्ट से ऐसे चेहरों को दूर रखा गया है जो निष्क्रीय रहे हैं। इस बार नए चेहरे के रूप में कोषाध्यक्ष राघवेन्द्र राय कमेटी में शामिल किये गए हैं।