
मेरठ। होली से पहले अवैध शराब बनाने वालों ने पुलिस प्रशासन की नाक में दम कर रखा है। उनका इतना दुस्साहस बढ़ गया है कि अफसरों को चुनौती दे रखी है। ऐसा ही मामला पांच फरवरी को हुआ, जिसका खुलासा अब हुआ है। मेरठ के परीक्षितगढ़ क्षेत्र के खादर में गंगा किनारे शराब की अवैध भट्ठियां तोडऩे गए एसडीएम मवाना ऋषिराज सिंह और उनकी टीम बीच गंगा में दो किलोमीटर के टापू पर करीब डेढ़ घंटे तक फंसे रहे। जिस समय एसडीएम और एसओ परीक्षितगढ़ भट्ठियां तोड़ रहे थे तो शराब तस्करों ने नाविक को पीटा और नाव तोड़कर गंगा में बहा दी। दूसरी नाव आने के बाद अफसर और उनकी टीम के सदस्य टापू से लौट सके। पुलिस ने आरोपी गुरजीत व संजय को गिरफ्तार किया है।
दरअसल, पांच फरवरी को जब कुंडा गांव के खादर क्षेत्र में एसडीएम मवाना ऋषिराज सिंह और एसओ परीक्षितगढ़ कैलाश चंद्र ने पुलिस फोर्स के साथ पहुंचकर शराब की अवैध भट्ठियाें को नष्ट कर दिया था, लेकिन तभी अफसरों को पता चला कि गंगा के बीच करीब दो किलोमीटर के टापू पर भी शराब तस्कर कच्ची शराब बना रहे हैं तो वहां जाने के लिए अफसरों ने नाव की व्यवस्था कराई। नाव से एसडीएम मवाना, एसओ परीक्षितगढ़ और इंस्पेक्टर आबकारी अतुल समेम 15 लोग टापू पर पहुंच गए। वहां पहुंचकर टीम ने शराब तस्करों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी।
टीम ने कार्रवाई के दौरान पांच हजार लीटर लहन व 225 लीटर कच्ची शराब और एक दर्जन शराब की भट्ठियां नष्ट कर दीं। मौके से दुर्लभ प्रजाति के कछुआ भी बरामद किया गया। कछुआ भी नाव में रखवा दिया गया। पूरी टीम जब कार्रवाई के बाद टापू के किनारे पहुंची तो पता चला कि शराब तस्करों ने गुंरजीत सिंह, सोनू, कुलदीप और संजय ने नाविक को पीटा और नाव तोड़ दी। इसमें रखा कछुआ लेकर फरार हो गए हैं। इस दौरान सिग्नल नहीं मिलने के कारण अफसर वहीं पर करीब डेढ़ घंटे फंसे रहे। बाद में अफसरों ने दूसरी नाव की व्यवस्था कराई। तब एसडीएम व टीम के अन्य लोग वापस लौट सके। एसपी देहात अविनाश पांडेय का कहना है कि इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। खादर क्षेत्र में अवैध शराब के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।
Published on:
08 Mar 2020 01:02 pm
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