
मेरठ। दिल्ली (Delhi) और प्रदेश के अन्य स्थानों पर हुए हिंसक उपद्रव के बाद मेरठ जोन में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। एडीजी प्रशांत कुमार (ADG Prashant Kumar) अधीनस्थ अधिकारियों के साथ महानगर की सड़कों पर उतरे और सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा लिया। बता दें कि अभी तक मेरठ जोन में पुलिस प्रशासन की चुस्ती से कोई अनहोनी नहीं हुई। एनआरसी (NRC) और सीएए (CAA) को लेकर हुई हिंसा के बाद से यहां कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
मेरठ समेत वेस्ट यूपी में खुफिया एलर्ट के बाद एडीजी प्रशांत कुमार, एसएसपी मेरठ अजय साहनी, एसपी और सीओ समेत पुलिस अधिकारी सड़क पर गश्त पर रहे। शहर के होटलों, बस अड्डों और रेलवे स्टेशन पर भी चेकिंग कराई जा रही है। एडीजी प्रशांत कुमार और एसएसपी अजय कुमार साहनी ने पुलिस अधिकारियों के साथ मिश्रित आबादी क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकाला। हापुड़ अड्डा से शुरू होकर फ्लैग मार्च कोतवाली क्षेत्र, जामा मस्जिद, लिसाड़ी गेट, हापुड़ अड्डे, घंटाघर पर समाप्त हुआ। फ्लैग मार्च में कोतवाली सर्किल के थानों की पुलिस के अलावा बड़ी संख्या में पैरा मिलिट्री फोर्स मौजूद था। फ्लैग मार्च में एसपी सिटी डा. एएन सिंह, एसपी क्राइम रामअर्ज, सीओ कोतवाली दिनेश चंद्र शुक्ला, सीओ ब्रह्मापुरी चक्रपाणि त्रिपाठी समेत थानाध्यक्ष भी शामिल रहे।
खुफिया अलर्ट के बाद पुलिस ने शहर के विभिन्न हिस्सों में चेकिंग अभियान चलाया। सोहराबगेट और भैंसाली बस अड्डों, रेलवे स्टेशन आदि सार्वजनिक स्थानों पर बम निरोधक दस्ते ने छानबीन की। थाना पुलिस ने अपने-अपने क्षेत्रों में होटलों में भी छापेमारी अभियान चलाया। इस दौरान कमरों को खुलाकर ठहरे हुए गेस्ट की चेकिंग भी की गई। सीओ चक्रपाणि त्रिपाठी के निर्देश पर शॉप्रिक्स मॉल में चेकिंग अभियान चलाया गया।
संवेदनशील स्थानों पर पुलिस के साथ-साथ पैरा मिलिट्री फोर्स मुस्तैद की गई है। इस बारे में एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि यह कोई फ्लैग मार्च नहीं था। यह फुट पेट्रोलिंग थी, जो कि महानगर के संवेदनशील स्थानों पर की गई। इसका मकसद जनता को यह भरोसा दिलाना था कि पुलिस और प्रशासन आपकी सुरक्षा के लिए चौकस और लगातार सतर्क है।
Updated on:
27 Feb 2020 11:17 am
Published on:
27 Feb 2020 11:13 am
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