
मेरठ। कानपुर के कुख्यात विकास दुबे केा लेकर मेरठ जोन में अलर्ट किया गया है। एडीजी ने जोन के सभी पुलिस कप्तानों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि कानपुर पुलिस और एसटीएफ से बचने के लिए कुख्यात विकास दुबे पश्चिम उप्र की ओर का रूख कर सकता है। इस कारण से एडीजी राजीव सब्बरवाल ने मेरठ और सहारनपुर मंडल के सभी जिलों के कप्तानों का विशेष चेकिंग अभियान चलाने और सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं। बता दे कि कानपुर में शुक्रवार की सुबह कुख्यात विकास दुबे को पकड़ने के दौरान हुई मुठभेड़ में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। विकास दुबे पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। उसकी तलाश में पूरे प्रदेश में नाकेबंदी की गई है। इसी कड़ी में मेरठ जोन में भी अलर्ट जारी किया गया है।
15 साल पहले सहारनपुर में पकड़ा गया था विकास :—
कानपुर में पुलिसकर्मियों को अपनी गोलियों का शिकार बनाने वाला विकास दुबे 15 साल पहले जिले में नारकोटिक्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था। बता दे कि देर रात कानपुर में कुख्यात विकास दुबे ने अपने गैंग के साथ मिलकर 8 पुलिसकर्मियों को गोलियों का शिकार बना दिया। इस घटना में करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल बताए जा रहे है।
कुख्यात विकास दुबे के तार वेस्ट के सहारनपुर जिले से भी जुड़े रहे हैं। करीब 15 साल पहले विकास दुबे जनकपुरी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार हुआ था। उस समय वर्तमान में एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश जिले में एसएसपी के पद पर तैनात थे। उनकी तैनाती के दौरान थाना जनकपुरी पुलिस ने विकास दुबे को नारकोटिक एक्ट के तहत अस्पताल के निकट से गिरफ्तार किया था।
आईजी अमिताभ यश ने थाना जनकपुरी पहुंच विकास दुबे से गहन पूछताछ की थी। पुलिस कस्टडी में भी पूछताछ के दौरान विकास दुबे एसएसपी से पूरे रोब से फिल्मी अंदाज में बात कर रहा था। उस समय भी विकास दुबे पर 50 के लगभग मुकदमे प्रदेश के विभिन्न इलाकों में दर्ज थे। तत्कालीन जनकपुरी थानाध्यक्ष ऋषि राम कठेरिया ने विकास दुबे की गिरफ्तारी की थी। इस बारे में एडीजी राजीव सबरवाल ने बताया कि जोन के सभी जिलों पर विशेष सघन चेकिंग अभियान चलाए जाने के आदेश दिए गए हैं। जिले से दूसरे राज्यों को लगने वाली सीमा पर विशेष चौकसी के निर्देश दिए गए हैं।
Updated on:
03 Jul 2020 05:48 pm
Published on:
03 Jul 2020 05:46 pm
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