यह भी पढ़ेंः फास्ट फूड दे रहे आपके शरीर को ये बीमारी, अपनी सेहत का ख्याल है तो जरूर पढ़ें… अपने ही पार्टी को गर्त में पहुंचाने में लगे नैतिकता और सिद्धान्तवादी होने का दम भरने वाली पार्टी भाजपा को उसके विधायक ही गर्त में पहुंचाने में लगे हैं। उन्नाव दुष्कर्म मामले में एक भाजपा विधायक सीबीआई की गिरफ्त में है। तो मेरठ में भी भाजपा के एक विधायक पर जिला पंचायत अध्यक्ष के उपचुनाव में नोट के बदले वोट दिलवाने के मामले में रुपये हड़पने के आरोप लग रहे हैं। मामला दिनों-दिन गंभीर होता जा रहा है। ‘पत्रिका’ ने रुपये देने वाले भाजपा कार्यकर्ता से बात कर इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। भाजपा विधायक पर 48 लाख हड़पने का आरोप लगाने वाला भी पार्टी का ही सक्रिय कार्यकर्ता है। इस कार्यकर्ता के परिजन पिछली तीन पीढ़ियों से भाजपा से जुड़े हुए हैं।
यह भी पढ़ेंः विश्वविद्यालय के इस आदेश ने कम कर दिया पीएचडी थीसिस का वजन ये था मामला मामला जिला पंचायत उप चुनाव से जुड़ा हुआ है। जिसमें भाजपा विधायक ने जिला पंचायत उप चुनाव में तीन वोट दिलवाने के बदले साठ लाख रुपये की डिमांड की, लेकिन जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ रही सपना हुड्डा के पति प्रदीप हुंडा ने 48 लाख रुपये एडवांस में भाजपा विधायक को दिए थे। बाकी का 12 लाख वोट दिलवाने के बाद देने की बात रखी। खेल तब बिगड़ा जबकि भाजपा विधायक ने रुपये लेकर भी तीन वोट सपना हुड्डा के पक्ष में नहीं दिलवाये और सपना हुड्डा चुनाव हार गई। सपना हुड्डा के पति प्रदीप हुड्डा ने जब भाजपा विधायक से दिए हुए रुपये वापस करने की मांग की तो विधायक ने पहले तो रुपये देने में आनाकानी की, लेकिन अब रुपये देने में आनाकानी कर रहे हैं। भाजपा विधायक के ऊपर रुपये हड़पने का आरोप लगाते हुए प्रदीप हुड्डा ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस पर कार्रवाई करने की मांग की है।
अविश्वास प्रस्ताव के बाद हुए थे उप चुनाव समाजवादी पार्टी से जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए उपचुनाव में भाजपा की जिला पंचायत सदस्य सपना हुड्डा भी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रही थी। पूरे चुनाव में भाजपा संगठन और उसके जन प्रतिनिधियों की विशेष भूमिका थी। आरोप है कि मेरठ दक्षिण क्षेत्र के विधायक सोमेंद्र तोमर ने सपना हुड्डा को समाजवादी पार्टी के अपनी बिरादरी के तीन जिला पंचायत सदस्यों की वोट दिलाने के नाम पर प्रदीप हुड्डा से 60 लाख की मांग की। प्रदीप के अनुसार बीती 20 अगस्त 2017 को उन्होंने विधायक को 48 लाख रुपये नकद दिए और शेष राशि एक सप्ताह में देने की बात कही। आरोप है कि विधायक ने प्रदीप हुड्डा के साथ धोखा करते हुए अपनी बिरादरी के वोट उनके प्रतिद्वंदी को दिला दिए। चुनाव हारने के बाद जब प्रदीप ने विधायक तोमर से रुपये वापस करने की बात की तो उन्होंने जल्द ही पूरा रुपया वापस करने की बात कही, लेकिन आज सात महीने बीत जाने के बाद भी विधायक रुपये वापस नहीं कर रहे हैं।
बोले विधायक इस बारे में जब विधायक सोमेंद्र तोमर से बात की गई तो उनका कहना था कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं। यह भी पढ़ेंः वकील अब अपनाएंगे यह रणनीति, इससे बुलंद होगी उनकी मांग