
मेरठ. 48 साल तक मेरठ-सहारनपुर एमएलसी सीट पर एकछत्र राज करने वाले शिक्षक संघ के नेता 87 वर्षीय ओमप्रकाश शर्मा का शनिवार को बीमारी के चलते निधन हो गया। मेरठ के शास्त्रीनगर स्थिन आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी गहरा दुख प्रकट करते हुए कहा कि ओम प्रकाश शर्मा शिक्षक कल्याण और शिक्षा जगत के लिए सदैव तत्पर रहे। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे। बता दें कि 1970 के दशक में हुए विधान परिषद के चुनाव में उन्होंने पहली बार जीत हासिल की थी। इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा, लेकिन हाल ही में हुए चुनाव में वह पहली दफा भाजपा से हारे थे।
माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री महेश चंद शर्मा ने बताया कि ओम प्रकाश शर्मा शनिवार को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर चल रहे धरने में भी शामिल हुए थे। वह पिछले कई दिनों से पेचिस की बीमारी से ग्रस्त थे। रात में उनके निधन की सूचना से उत्तर प्रदेश के शिक्षा जगत शोक छा गया। बता दें कि ओम प्रकाश शर्मा बीती 5 जनवरी को ही 87 साल के हुए थे। शिक्षक और प्राधानार्च रहे ओम प्रकाश शर्मा 1970 के दशक से ही शिक्षक संघ की तरफ से मेरठ-सहारनपुर एमएलसी सीट की नुमाइंदगी कर रहे थे। हालांकि इस बार हुए चुनाव में उन्हें भाजपा प्रत्याशी के सामने पहली बार हार का सामना करना पड़ा।
बेटे-बेटी और पुत्रवधू सब अच्छे ओहदे पर
बता दें कि ओम प्रकाश शर्मा के दो बेटे और दो बेटियां हैं। उनके बड़े बेटे अमित प्रकाश पंजाब के लुधियाना में इंजीनियर हैं, जबकि छोटे बेटे डॉ. अखिल प्रकाश मेरठ में ही न्यूरो सर्जन हैं। उनकी पुत्रवधू डॉ. पूजा शर्मा स्वास्थ्य विभाग में एसीएमओ के पद तैनात हैं। वहीं दूसरी पुत्रवधू बिंदू शर्मा विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के पद पर हैं। इसी तरह उनकी एक बेटी नोएडा के एक जूनियर हाईस्कूल में शिक्षिका है ताे दूसरी बेटी शांता स्मारक स्कूल में प्रिंसिपल है।
Published on:
17 Jan 2021 12:11 pm
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