
मेरठ। कोरोना वायरस को लेकर देश-विदेश में हड़कंप मचा हुआ है। होली पर इसका असर साफ दिखा। पुराने शहर के इलाकों में तो जमकर होली खेली गई, लेकिन शहर की बाहरी आवासीय कालोनी में कोरोना वायरस का असर खूब दिखा। कालोनियों में काफी कम लोग होली खेलने के नाम पर एकत्र हुए और परिजन आपस में ही होली खेलकर लौट गए। लोगों का कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से कालोनियों के 20 से 25 फीसदी लोग ही होली खेलते दिखाई दिए।
होली पर शहर में सबसे ज्यादा जिस सुपरटेक कालोनी में होली खेली जाती है, इस बार वहां सूनापन रहा। यह कालोनी करीब एक हजार फ्लैट्स की है। हर साल बड़े स्तर पर होली खेली जाती है। होली के दिन यहां सभी लोग अपने-अपने परिवार के साथ कालोनी के मैदान में एकत्र होते हैं और बड़े हौज को पानी और रंग से भरकर लोगों को रंगा जाता है। शहर के अन्य हिस्सों से भी लोग यहां की होली देखने आते हैं। इस बार होली पर हुड़दंग का दिखने वाला पुराना नजारा सिरे से गायब रहा। बहुत कम लोग कालोनी के मैदान में पहुंचे और अपने परिजनों के साथ होली खेलकर कुछ देर में ही वापस भी हो गए। लोगों ने एक-दूसरे से गले मिलने और रंग लगाने से परहेज किया। इस संबंध में जब लोगों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कोरोना की वजह से लोग इस बार होली नहीं खेल रहे हैं, मुश्किल से 20-25 फीसदी लोग ही खेलने आए हैं।
इसी तरह शहर की अन्य आवासीय कालोनियों में भी होली कम खेली गई। लोगों ने गले मिलने से परहेज किया और रंग-गुलाल लगाने से भी। लोगों का कहना था कि इस बार कोरोना वायरस की वजह से रंगों का त्योहार फीका रहा और कम कालोनियों में कम ही लोगों ने होली खेली।
Published on:
10 Mar 2020 06:55 pm
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