
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
मेरठ.कोराना महामारी के बीच पिछले साल की तरह इस साल भी सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल (Message Viral) हो रहा है, जिसमें कहा जा रहा है कि कोरोना से हुई मृत्यु (Death from Coronavirus) होने पर मृतक के परिजनों को राष्ट्रीय आपदा कोष (National Disaster Fund) से सरकार चार लाख रुपए का अनुदान (Compensation of 4 Lakhs) देगी। इसके लिए बकायदा एक फार्म का फार्मेट भी मैसेज के साथ वायरल हो रहा है। मैसेज और फार्म की सत्यता जाने बिना ही मृतकों के परिजनों ने फार्म भरना शुरू कर दिया, लेकिन जब उन्होंने इसके बारे में जानकारी की तो इसकी सत्यता का पता चला।
दरअसल, सोशल मीडिया ग्रुपों में एक मैसेज वायरल हो रहा है। मैसेज के अनुसार 'कोविड 19 (Covid 19) से मरे व्यक्तियों का फार्म भरकर डीएम कार्यालय में जमा कराएं। उन्हें राष्ट्रीय आपदा कोष से चार लाख रुपए अनुदान राज्य सरकार देगी सभी को सूचित करे'। ये मैसेज सभी ग्रुप पर आ रहा है। इसके बाद लोगों ने ऐसे लोगों को भी मैसेज भेजना शुरू कर दिया, जिनके परिवार में कोरोना से किसी न किसी व्यक्ति की मृत्यु हुई थी। मैसेज देख लोगों ने कुछ ही देर में इसे प्रदेश के अन्य जिलों में भी वायरल कर दिया।
वायरल हो रहे ऐसे मैसेज की सत्यता जानने के लिए संयुक्त व्यापार संघ के पदाधिकारी विपुल सिंघल ने जब एडीएम वित्त सुभाष चंद प्रजापति से वार्ता की। इस पर एडीएम वित्त सुभाष चंद प्रजापति ने स्पष्ट किया कि ऐसी कोई योजना प्रदेश सरकार की नहीं है, जिसमें आम नागरिकों के कोरोना महामारी के चलते देहांत होने पर उनके आश्रितों को अनुदान देने की बात हो। सरकार ने अभी तक न तो ऐसी योजना बनाई है और न ही किसी भी प्रकार का सरकारी आदेश अभी तक आया है। एडीएम ने इस मैसेज को फर्जी करार दिया। उन्होंने लोगों से इस प्रकार के मैसेज और फार्म के बचने की सलाह दी है।
Published on:
24 May 2021 05:52 pm
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