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प्रयागराज में हुई महंत की रहस्यमयी मौत की जांच सीबीआई से कराने की मांग, देखें वीडियो

Highlights पीठाधीश्वर त्रिकाल भवंता ने लिखा प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र धार्मिक अनुष्ठान में आई त्रिकाल भवंता ने स्थानीय पुलिस पर लगाए आरोप परी अखाड़ा पीठाधीश्वर ने कहा- अखाडों में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा

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मेरठ। मेरठ के दौराला स्थित एक आश्रम में धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होने आई साध्वी त्रिकाल भवंता ने पिछले दिनों प्रयागराज में हुई महंत की रहस्यमयी मौत पर सवाल खड़े किए। उन्होंने इसकी जांच सीअीबाई से कराने की मांग की है। साध्वी का कहना है कि वे इसके लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से भी मुलाकात करेंगी। उनका कहना था कि इससे पहले भी आश्रमों और अखाड़ों में इस तरह की रहस्यमयी मौतें होती रही हैं।

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बता दें कि अभी कुछ दिनों पूर्व प्रयागराज के दारागंज थाना क्षेत्र में स्थित श्रीनिरंजनी अखाड़ा के कार्यालय में उनके अखाड़े (श्री निरंजनी) के सचिव आशीष गिरि जी महाराज की रहस्यमयी मृत्यु हुई थी। अखाड़े के लोगों का कहना था कि आशीष गिरि ने खुद को गोली मारकर खुदकुशी की है। साध्वी त्रिकाल भवंता ने इस मामले कहा कि पुलिस की सुस्त करवाई चिंताजनक है। पुलिस घटना के दोषियों को बचाने का प्रयास कर रही है। पुलिस ने शुरुआत से ही जांच के नाम पर कोई गंभीरता नहीं दिखाई है। परी अखाड़ा पीठाधीश्वर त्रिकाल भवंता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को पत्र लिखकर मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। क्योंकि स्थनीय पुलिस के भरोसे सच्चाई सामने नहीं आएगी।

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उन्होंने कहा कि क्योंकि अभी तक कि स्थिति से साफ है कि आशीष गिरि की हत्या की गई है। उन्होंने खुद को गोली नहीं मारी है। इस काम मे निरंजनी अखाड़ा के कुछ प्रभावशाली लोगों का हाथ हो सकता है। अखाड़े की संपत्ति को कब्जा करने के लिए आशीष गिरि की हत्या कराई जा सकती है। इसकी सत्यता का पता निष्पक्ष जांच से ही चलेगा। जांच से स्थनीय पुलिस अधिकारियों को दूर रक्खा जाए, क्योंकि उनके रहते प्रभावशाली लोगों पर कार्यवाई नहीं होगी। अगर इस मामले की निष्पक्ष जांच न हुई तो परी अखाड़ा कोर्ट में याचिका दाखिल करेगा। साध्वी त्रिकाल भवंता का कहना है कि जब तक सच्चाई सामने नहीं आती वे इसकी लड़ाई बराबर लड़ती रहेंगी।