
मेरठ. नगर निकाय चुनाव के पहले चरण में वार्ड-89 के मतदान बूथ संख्या-997 में हुई गड़बड़ी को Election Commission Of India ने गंभीरता से लेते हुए राज्य निर्वाचन आयोग से रिपोर्ट तलब कर जांच के निर्देश जारी किए हैं। इसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने जिला प्रशासन से 24 नवंबर तक रिपोर्ट प्रेषित करने के लिए कहा है। बता दें कि बुधवार को रशीदनगर ढलाई वाली गली में बनाए गए मतदान केंद्र पर कुछ लोगों ने आरोप लगाया था कि बसपा प्रत्याशी का बटन दबाने पर भाजपा के चुनाव चिन्ह और नोटा के सामने की लाइट जल रही है। इस बात को लेकर मतदान केंद्र में जमकर हंगामा हुआ था। जिसके बाद पीठासीन अधिकारी ने मतदान राेककर दूसरी ईवीएम से वोटिंग कराई थी।
उल्लेखनीय है कि मेरठ में बुधवार को हुए UP Civic Election के मतदान केंद्र में ईवीएम में गड़बड़ी होने पर जमकर हंगामा हुआ था। बुधवार सुबह रशीद नगर ढलाई वाली गली में वोट डालने पहुंचे मतदाता तस्लीम ने आरोप लगाया था कि उसने बसपा के निशान हाथी के आगे का बटन दबाया था, लेकिन लाइट भाजपा के चुनाव चिन्ह यानि कमल और नोटा के आगे जली। जब यह बात अन्य लोगों को पता चली तो इसके लेकर लिसाड़ी गेट में हंगामा हो गया। इस दौरान बसपा प्रत्याशी पति योगेश वर्मा ने भी बूथ पर पहुंचकर विरोध जताया। उधर, कई मतदाताओं ने EVM के साथ अपनी वीडियो भी बनाई और आरोप लगाया कि मशीन पर अंकित बसपा के निशान का बटन दबाने पर भाजपा के निशान की लाइट जल रही है। लोगों के हंगामे के बीच पीठासीन अधिकारी ने मतदान रोककर दूसरी ईवीएम का इंतजाम किया, जिसके बाद वोटिंग दुबारा शुरू हुई। इसके बाद ईवीएम में गड़बड़ी की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो केंद्रीय निर्वाचन आयोग के अंडर सेक्रेटरी मधुसूदन गुप्ता ने UP State Election Commission को नोटिस जारी कर रिपोर्ट मांगी।
इस मामले में कांग्रेस ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के सीटिंग या रिटायर जज से जांच जरूरी है कि ईवीएम (Electronic Voting Machine) से जुड़े हर विवाद में बटन दबाने पर वोट कमल निशान को ही क्यों जाता है? कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने मेरठ में बुधवार को कुछ लोगों द्वारा दूसरे निशान पर बटन दबाने के बाद भी उनके वोट भाजपा के खाते में दर्ज होने को गंभीर और चिंताजनक करार दिया है।
Updated on:
24 Nov 2017 12:17 pm
Published on:
24 Nov 2017 11:57 am
बड़ी खबरें
View Allमेरठ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
