
मेरठ। रिटायर्ड दारोगा की मौत के बाद उसकी दोनों पत्नियां आपस में भिड़ गईं। दोनों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए। वहीं पुलिस ने चिता से शव को उठवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। तब जाकर दोनों तरफ से मामला शांत हुआ। जबकि इससे पहले दारोगा के शव को लेकर परिजन आपस में छीना-झपटी करते रहे। शव पर हक जताने को लेकर मेरठ के सूरजकुंड स्थित शमशान घाट पर घंटों हंगामा चला।
दरअसल, माधवपुरम में दूसरी पत्नी के साथ रह रहे रिटायर्ड दारोगा की मौत के बाद श्मशान में बखेड़ा हो गया। पहली पत्नी और बच्चों ने हत्या का आरोप लगाकर हंगामा करते हुए शव का अंतिम संस्कार नहीं होने दिया। पुलिस ने सूरजकुंड स्थित श्मशान से शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जानकारी के अनुसार मूलरूप से अलीगढ़ के अतरौली निवासी राम प्रसाद अपनी दूसरी पत्नी के साथ ब्रह्मपुरी के माधवपुरम में रहते थे। दारोगा पद से रिटायर्ड होने के बाद भी पहली पत्नी से संबंध नहीं रखते थे।
बताया गया है कि 30 साल पहले राम प्रसाद ने पहली पत्नी को छोड़कर दूसरी शादी कर ली थी। मंगलवार की रात अचानक ही राम प्रसाद की मौत हो गई। दूसरी पत्नी ने हार्ट अटैक से मौत होने की जानकारी दी। उसके बाद परिवार के अन्य लोग और पड़ोसियों के साथ दूसरी पत्नी शव का अंतिम संस्कार कराने के लिए सूरजकुंड स्थित श्मशान पर पहुंच गई। इसी बीच पहली पत्नी और बच्चे भी श्मशान पर पहुंचे। उन्होंने राम प्रसाद की मौत पर हत्या का आरोप लगाकर हंगामा कर दिया और शव का अंतिम संस्कार कराने पर रोक लगा दी।
उधर, विवाद बढ़ता देख सीओ चक्रपाणी त्रिपाठी फोर्स के साथ श्मशान घाट पर पहुंचे और रिटायर्ड दारोगा का शव चिता से उठवा लिया गया। उसके बाद पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए मॉर्चरी भेज दिया गया है। सीओ ने बताया कि पहली पत्नी और बच्चों की तरफ से दूसरी पत्नी के खिलाफ तहरीर देकर हत्या का आरोप लगाया गया है। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है, ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके। जांच में हत्या की पुष्टि होने के बाद ही पुलिस रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।
Updated on:
04 Jun 2020 10:19 am
Published on:
04 Jun 2020 10:17 am
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