
मेरठ। अलीगढ और दिल्ली में हिंसा के बाद मेरठ जोन में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। एडीजी प्रशांत कुमार ने इसको लेकर सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को जरूरी निर्देश जारी किए हैं। एडीजी ने अधिकारियों से सतर्क रहने को कहा है। अगर कहीं हिंसा होती है या उपद्रव होते हैं तो उसके लिए संबंधित जिलों के अधिकारी जिम्मेदार होंगे।
एडीजी ने पुलिस अधिकारियों और खुफिया विभाग को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। अलीगढ हिंसा के बाद पश्चिम के सभी जिलों में अलर्ट रात 12 बजे के बाद लागू कर दिया गया। सभी संवेदनशील स्थानों पर पुलिस बल तैनात है। इसके साथ ही हर संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। खासकर मेरठ, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, देवबंद, सहारनपुर आदि में होने वाले धरनों को लेकर विशेष तौर पर चौकस रहने को कहा है। बता दें कि रविवार को सीएए को लेकर जगह-जगह प्रदर्शन चल रहा था। रविवार की शाम को दिल्ली के जाफराबाद और अलीगढ़ में हिंसा भड़क गई। जिसमें दो पक्षों में जमकर पथराव हुआ। हालात पर काबू करने के लिए पुलिस को उचित बल का भी प्रयोग करना पड़ा था। इसके बाद पूरे वेस्ट यूपी में अलर्ट जारी कर दिया गया।
खासकर मेरठ और सहारनपुर मंडल में हाईअलर्ट किया गया है। बता दें कि सहारनपुर के देवबंद में पिछले 27 दिन से सीएए के विरोध में महिलाओं का धरना चल रहा है। साथ ही समर्थन में भी 15 दिन से महिलाएं भजन-कीर्तन कर रही है। ऐसे में यहां भी शांति व्यवस्था बनाए रखना पुलिस के लिए चुनौती है। इसके लिए पुलिस अफसरों को पूरी तरह से मुस्तैद किया गया है। इसी के साथ खुफिया विभाग की हर गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है।
एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि अलीगढ़ और दिल्ली के हालात पर नजर रखी जा रही है। साथ ही जोन के पुलिस अफसरों को भी अलर्ट कर दिया गया है। हर संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। मेरठ में भी सभी संवेदनशील स्थानों पर फोर्स को तैनात किया गया है। रविवार देर रात से ही सभी प्रमुख चौराहों और संवेदनशील स्थानों पर पुलिस बल और अधिकारी तैनात हैं।
Published on:
24 Feb 2020 11:08 am
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