
मेरठ। उत्तर भारत का ऐतिहासिक नौचंदी मेला भी कोरोना वायरस के खौफ की चपेट में आ गया है। कोरोना के खौफ के बीच संयुक्त मेला समिति नौचंदी की बैठक में इसकी तारीख पीछे खिसकाने पर निर्णय लिया गया है। हालांकि मेले का औपचारिक उद्घाटन 22 मार्च को ही होगा। उद्घाटन अवसर पर 10 से ज्यादा लोग नहीं होंगे। साथ ही चंडी देवी मंदिर में चार लोग पूजन के लिए जाएंगे और बाले मियां की मजार पर भी इतने ही लोग चादरपोशी करेंगे।
संयुक्त मेला समिति नौचंदी की बैठक महापौर सुनीता वर्मा की अध्यक्षता में हुई और मेले के आयोजन को लेकर लिया गया। 22 मार्च को औपचारिक उद्घाटन के बाद मेला 15 मई से शुरू होगा, जो करीब 15 जून तक चलेगा। नौचंदी मेले में मेरठ और आसपास के ही नहीं, यूपी समेत कई राज्यों से लोग मेला आते हैं। इसको देखते हुए समिति ने नौचंदी मेला 15 मई से शुरू करने का निर्णय लिया। एसीएमओ डा. एसके शर्मा का कहना है कि मेले में काफी लोग आते हैं। शासन का निर्देश है कि सार्वजनिक स्थलों पर 10 से ज्यादा लोगों की भीड़ एकत्र नहीं की जा सकती। सुरक्षा और बचाव की स्थिति में अगले 20 दिन अहम है। इसलिए मेला नौचंदी पर यह निर्णय लिया गया।
नौचंदी मेले में लगने वाली दुकानें, झूले आदि 15 मई तक लग जाएंगे। साथ ही पटेल मंडप में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम भी 15 मई से शुरू होंगे। मेला समिति की बैठक में मेले का बजट प्रस्तुत किया गया। इसमें दो करोड़ 47 हजार रुपये का आय और इतने ही व्यय का अनुमान बताया गया।
Updated on:
18 Mar 2020 11:27 am
Published on:
18 Mar 2020 11:26 am
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