
मेरठ। कोरोना वायरस की चेन तोडऩे के लिए जिला प्रशासन ने गुरुवार को पूर्ण लॉकडाउन का आदेश दिया है। इसके बाद से गुरुवार की सुबह छह बजे से न तो सब्जी और न राशन की दुकानें खुली और न ही होम डिलीवरी हो रही है। सभी बाजार और मंडियां पूर्णरूप से बंद हैं। केवल दवा और निरंतर प्रोसेस वाले उद्योग चल रहे हैं। मेरठ जनपद में कोरोना संक्रमित लगातार मरीज मिलने के कारण जिला प्रशासन ने गुरुवार को सुपर लॉकडाउन का निर्णय लिया। अभी तक जनपद में 16 संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है, जबकि कुल 274 मरीज मिले हैं।
डीएम अनिल ढींगरा ने बताया कि संक्रमण की चेन को तोडऩे के लिये गुरुवार को लॉकडाउन के दौरान पूरे मेरठ को पूरी तरह बन्द रखने का फैसला किया गया है। सुबह छह से रात 10 बजे तक मात्र 4 घंटे दूध और दवाई की दुकानों के अलावा कुछ भी खुलने नहीं दिया गया। अस्थाई मंडी खुलने का समय भी गुरुवार को शाम सात के स्थान पर रात दस बजे किया गया है। पेट्रोल पंप, रसोई गैस, बैंक और सरकारी विभागों की आवश्यक सेवाएं जारी हैं। वहीं, गुरुवार की सुबह से सड़कों पर जिला प्रशासन और पुलिस अफसरों के तेवर सख्त नजर आए। बेवजह घूमने वालों पर सख्ती की गई और उन्हें वापस लौटाया गया। अफसरों ने समय-समय पर विभिन्न स्थानों का दौरा किया।
एसपी सिटी डा. एएन सिंह ने बताया कि सम्पूर्ण लॉकडाउन में सब बंद है। पुलिस नजर रखे हुए है। गलियों की दुकानों पर भी नजर है। ड्रोन से पूरे शहर में निगरानी की जा रही है। लोग कोरोना को लेकर जारी हुई मेडिकल एडवाइजरी का पालन कर रहे हैं। किराने और सब्जी की दुकानें शुक्रवार को खोली जाएंगी। उन्होंने बताया कि अब समय-समय पर इस तरह का संपूर्ण लॉकडाउन के साथ काम किया जाएगा, जिससे लॉकडाउन प्रभावी तरीके से जारी रहे।
Published on:
14 May 2020 03:48 pm
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