तना ही नहीं बैंक के कागजात रजिस्टर, मोहर, साइनबोर्ड से लेकर सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के नेमप्लेट तक हिंदी में नजर आएंगीं। बैंक की ओर से आयोजित वर्चुअल कार्यशाला में सभी क्षेत्रीय प्रबंधक ने सभी शाखा प्रबंधकों को यह निर्देश दिए हैं। इसके अलावा हिंदी को बढ़ावा देने के लिए और भी बहुत बदलाव किए जाने की रूपरेखा तैयार की गई है। लीड़ बैंक मैनेजर संजय कुमार ने बताया कि सेंट्रल बैंक में अधिकारी संवर्ग के लिए आभासीय ( वर्चुअल ) कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें शामिल जनपद के विभिन्न शाखाओं के शाखा प्रभारियों व अधिकारियों से क्षेत्रीय प्रबंधक ने अपने कार्यालय के सभी कार्य हिंदी में करने के साथ-साथ शाखा में रजिस्टर, मोहरें तथा साइन बोर्ड आदि हिंदी में बनवाने के लिए कहा गया है। मुख्य प्रबंधक संजय गुप्ता ने सरकार की राजभाषा नीति, अधिनियम, नियम व संवैधानिक व्यवस्थाएं संबंधी जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि कम्प्यूटर पर हिंदी प्रयोग की व्यावहारिक जानकारी दी। सभी को राजभाषा विभाग की ओर से जारी वार्षिक कार्यक्रमों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। सेंट्रल बैंक की यह अनोखी पहल है जिसने राष्ट्रभाषा हिंदी को सम्मान देते हुए यह काम किया है। इससे न केवल काम-काज आसान होगा बल्कि बैंक के ग्राहकों की समस्याओं का भी एक हद तक समाधान हो सकेगा।