
मेरठ। 20 दिसंबर को जुमे की नमाज (Juma ki Namaz) के बाद मेरठ (Meerut) में हुई हिंसा से सबक लेते हुए शुक्रवार को पुलिस प्रशासन पूरी तरह से चौकन्ना रहा। जिले में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था (Tight Security) की गई। बड़ी तादाद में पुलिस (Police) बल तैनात रहा। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा की गई।
शुक्रवार को खुफिया विभाग की रिपोर्ट के बाद अलर्ट जारी किया गया था। अति संवेदनशील प्वाइंटों पर शहर के जिम्मेदार लोगों को ढाल बनाकर पुलिस ने साथ में रखा। पुलिस ने मकानों की छतों पर भी एहतियातन पुलिसकर्मी तैनात रहे। अफसरों को इलाके बांटकर ड्यूटी लगाई गई। हर मस्जिद के आसपास कड़ी सुरक्षा रही। मुख्य मार्ग वाली मस्जिदों में नमाज के वक्त ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया गया। आईजी आलोक सिंह, डीएम अनिल ढींगरा और एसएसपी अजय साहनी, एडीएम, एसपी के साथ अलग-अलग टीम बनाकर भ्रमण करते रहे।
सुरक्षा में फॉरेंसिक टीम, डॉग स्क्वॉड, स्वाट टीम, साइबर सेल, सर्विलांस सेल और क्राइम ब्रांच की विवेचना सेल को भी तैनात रखा गया। मेरठ के मुस्लिम एरिया को 3 सेक्टर और 16 जोन में बांटकर पीएसी, आरएएफ, सीआरपीएफ और पुलिस तैनात की गई थी। घनी बस्तियों में घुड़सवार पुलिस को तैनात किया था। बाजार भी पूरी तरह खुले रहे। पुलिस अफसरों ने दुकानों पर जाकर सुरक्षा का भरोसा दिया जिसका असर दिखा कि जगह जगह दुकानें खुली रहीं और चहल-पहल दिखा। सबकुछ शांतिपूर्वक गुजरने पर पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने राहत की सांस ली।
एसएसपी अजय साहनी का कहना है कि पुलिस को लोगों ने शांति बनाने में सहयोग दिया। पुलिस ने भी सुरक्षा के बंदोबस्त कर रखे थे। चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात थी। हर स्थिति से निपटने की रणनीति पुलिस ने बना रखा थी, इसलिए अमन रहा। डीएम अनिल ढींगरा का कहना है कि सभी की कोशिश से अमन रहा। सभी संवेदनशील स्थानों पर विशेष चौकसी बरती गई। लोगों ने भी समझदारी से काम लिया।
Published on:
10 Jan 2020 02:27 pm
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