
मेरठ. परतापुर स्थित कतार्इ मिल मतगणना स्थल पर मुस्लिम समुदाय के नेताओं की जीत के कितने रंग हो सकते हैं, यह निकाय के परिणाम घोषित होने के बाद देखने को मिले। भाजपा को मेयर पद पर हराने में जिस महत्वपूर्ण फेक्टर को माना जा रहा है। वह है मुस्लिम-पिछड़े वर्ग का गठजोड़। भाजपा इस गठजोड़ के सामने पस्त दिखी। मुस्लिम और पिछड़े वर्ग के गठजोड़ ने मेरठ नगर निगम की इस प्रतिष्ठित मेयर की कुर्सी पर बसपा की सुनीता वर्मा को बिठा दिया। इस जीत की खुशी भी कर्इ रंगों के साथ मनार्इ गर्इ। कर्इ रंग के गुलाल और बसपा के झंडे के नीले रंग के साथ हिन्दू-मुस्लिम युवकों और बड़े नेताओं ने जमकर होली खेली। यह सिलसिला रात तक चला। मतगणना स्थल से लेकर शहर के कर्इ मुस्लिम इलाकों में इसी तरह गुलाल लगाकर जीत की खुशी मनार्इ गर्इ।
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वार्ड नंबर 84 फखरुद्दीन अली अहमद नगर पश्चिम दि्वतीय में आस मोहम्मद अंसारी निर्दलीय के तौर पर पार्षद पद के लिए चुनाव में खड़े हुए। यहां से दिलशाद, नौशाद, नूर आलम, मोहम्मद शाकिब, इकबाल व मोहम्मद शादाब को कड़ी टक्कर में आस मोहम्मद को जीत मिली। मतगणना स्थल कतार्इ मिल के अंदर ही आस मोहम्मद के दोस्तों और समर्थकों ने अबीर गुलाल से होली खेली और यह सिलसिला देर तक चला।
नीले रंग से खेली होली
भाजपा के मेयर को दस साल बाद मेयर की कुर्सी छोड़नी पड़ी है। इसकी खुशी मनाने के लिए मुस्लिम और पिछड़े समाज के लोग दोपहर से ही जुटने लगे थे। उन्हें मालूम था कि अगर भाजपा उम्मीदवार कांता कर्दम भाजपा के गढ़ वाले शहर के इलाकों में भी बढ़त नहीं ले पा रही है, तो बसपा उम्मीदवार सुनीता वर्मा की जीत पक्की है। इसीलिए बसपा कार्यकर्ता और समर्थक इस जीत का जश्न मनाने के लिए अपने साथ बड़ी मात्रा में नीले रंग का गुलाल लाए थे। जैसे ही सुनीता वर्मा की जीत की घोषणा हुर्इ, तो मुस्लिम और पिछड़े समाज के लोगों और बसपा कार्यकर्ताओं ने जमकर नीले गुलाल से होली खेली और देर रात तक जश्न मनाया।
Published on:
02 Dec 2017 08:17 pm
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