
मेरठ। पुलिस ने ऐसे गैंग का खुलासा किया है जो कि प्रतियोगी परीक्षाओं (Police Recruitment) में सॉल्वर (solver) बैठाकर परीक्षा पास करने की गारंटी लेता था। इस गैंग के तार चंडीगढ़ से लेकर बिहार तक जुड़े हुए थे। क्राइम ब्रांच (Crime Branch) और सिविल लाइन पुलिस ने कार्रवाई करते हुए विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में सॉल्वर बैठाकर अन्य तरीके से विभिन्न अभ्यार्थियों को पैसा लेकर भर्ती कराने वाले गैंग के मुख्य सरगना समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें गैंग का सरगना जसबीर निवासी नया गांव, चंडीगढ़ है। अन्य अभियुक्तों में अंकुर निवासी मुजफ्फरनगर, परवेंद्र निवासी देहरादून और सचिन निवासी रोहतक है।
एसएसपी अजय साहनी (SSP Ajay Sahni) ने सभी अभियुक्तों को पेश करके बताया कि प्रदेश में समस्त जनपदों में वर्तमान में प्रदेश पुलिस में आरक्षी, महिला आरक्षी की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। इस भर्ती के दौरान क्राइम ब्रांच मेरठ को विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में अनुचित लाभ के उद्देश्य से सॉल्वर बैठाकर व अन्य तरीके से विभिन्न अभ्यार्थियों को पैसा लेकर भर्ती कराने वाले गैंग के बारे में सूचना प्राप्त हुई। इस गैंग को चंडीगढ़ में बैठा युवक जसबीर ऑपरेट कर रहा था। इसके तार चंडीगढ़ से लेकर बिहार तक जुड़े हुए थे। क्राइम ब्रांच और सिविल लाइन की टीम ने जाल बिछाते हुए इस गैंग के चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।
गैंग के सरगना ने पूछताछ के दौरान बताया कि वे रेलवे, एसएससी, उप्र पुलिस भर्ती, दिल्ली पुलिस भर्ती, हरियाणा एसएससी, नेवी और एयरफोर्स में एयरमैन की परीक्षाओं में सॉल्वर बैठाकर अभ्यार्थियों को पास कराने का काम करते थे। जिसके एवज में वे मोटी रकम वसूल करते थे। गिरफ्तार अंकुर पूर्व में वर्ष 2016 में भी एसएससी पेपर लीक मामले में दिल्ली से जेल जा चुका है।
Published on:
15 Dec 2019 11:23 am
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