
मेरठ। नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के विरोध में शुक्रवार की दोपहर को मेरठ में जमकर बवाल हुआ। हापुड़ रोड पर हजारों की संख्या में भीड़ ने तोडफ़ोड़, पथराव, आगजनी और फायरिंग की थी। उस समय किसी को ये अंदेशा नहीं था कि हापुड़ रोड और लिसाड़ी गेट इलाकों में क्या होने जा रहा है। हापुड़ रोड पर ज्यादा बवाल मचा। शाम चार बजे के आसपास इस्लामाबाद पुलिस चौकी के पास आरएएफ (RAF) के जवान भी तैनात थे। इसमें सब-इंस्पेक्टर वीडी शुक्ला, जवान अनुज कुमार और बलजीत कौर मौजूद थे।
सब-इंस्पेक्टर वीडी शुक्ला ने बताया कि उस समय हम 10-20 थे। गलियों से निकलकर हजारों की भीड़ हमारे सामने आ गई थी, जो लगातार आगे बढ़ रही थी। हमारी चेतावनी के बाद भी भीड कुछ नहीं सुन रही थी। जब स्थिति बेकाबू हो गई थी हमने हवा में फायरिंग की। इसके बाद भीड़ ने भी फायरिंग शुरू कर दी थी। तभी एक गोली उनके पैर में आकर लगी। घायल अवस्था में भी वह वहीं डटे रहे। सूचना मिलने के बाद अन्य फोर्स वहां पहुंच गया था। तब मुझे वहां से हटाया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया।
यहीं पर जवान अनुज कुमार और महिला जवान बलजीत कौर भी थे, जो बवालियों के पथराव में घायल हुए। बलजीत कौर ने बताया कि हजारों की भीड़ आ गई थी। हम उन्हें लगातार रोकने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन भीड़ ने सड़क और घरों की छतों से पथराव शुरू कर दिया था। भीड़ हमारी कोई बात नहीं मान रही थी। काफी पथराव हुआ था। वह आगे चल रही थी, इसी दौरान पथराव में वह घायल हो गई। यहां तैनात आरएएफ के जवान अनुज कुमार और पुलिसकर्मी अंकित राठी को भी पैर और हाथों में चोटें लगी।
Published on:
23 Dec 2019 04:00 pm
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