
मेरठ। यूपी बोर्ड के माध्यमिक विद्यालयों में ऑनलाइन पढ़ाई की शुरुआत हो गई है। विद्यालयों के शिक्षकों ने व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर बच्चों की पढ़ाई शुरू कर दी है, लेकिन सीनियर छात्राओं को ऑनलाइन पढ़ाई में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, शिक्षकों ने जिन छात्र-छात्राओं के नंबरों के साथ अपने विषय का व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है। इनसे जुड़ी छात्राओं के पास छात्रों या असामाजिक तत्वों ने फोन काॅल करके परेशान करना शुरू कर दिया है। छात्राओं ने इसकी शिकायत अपने परिजनों से की तो परिजनों ने इसकी शिकायत डीआईओएस से की है। उन्होंने सभी स्कूलों को ऐसे छात्रों या असामाजिक तत्वों के खिलाफ एफआईआर करने दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
छात्राओं के अभिभावकों ने डीआईओएस से शिकायत की है कि शिक्षकों द्वारा बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप में जिन छात्राओं के नंबर मौजूद हैं, उन्हें छात्र या असामाजिक तत्व परेशान करने के इरादे से कॉल कर रहे हैं। यह परेशानी उन विद्यालयों की ऑनलाइन पढ़ाई में ज्यादा आ रही है, जिसमें छात्र-छात्राएं एक साथ पढ़ते हैं। छात्राओं की ऐसी शिकायतें मिलने के बाद शिक्षकों ने छात्रों और छात्राओं का व्हाट्सएप ग्रुप अलग-अलग बनाने का सुझाव डीआईओएस को दिया है।
डीआईओएस गिरजेश कुमार चौधरी ने छात्रों व छात्राओं के अलग-अलग ग्रुप बनाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही शिक्षकों से ऐसा करने वाले छात्रों या असामाजिक तत्वों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। डीआईओएस ने छात्रों और छात्राओं के ब्रॉडकास्ट ग्रुप भी अलग-अलग बनाने के लिए कहा है। इससे छात्र छात्राओं के नंबर नहीं देख सकेंगे। ब्रॉडकास्ट ग्रुप में एक बार में 256 को संदेश भेजा जा सकता है। यह संदेश भी एक बार में पांच ग्रुपों में भेजा जा सकता है। डीआईओएस ने सभी स्कूलों में इसी तरह छात्राओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ग्रुप बनाने के निर्देश दिए हैं।
Published on:
15 Apr 2020 05:18 pm
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