
मेरठ। दिल्ली में शादी समारोह में भाई ने बहन की बेइज्जती क्या की, उसने मन ही मन बदला लेने की सोच ली। बहन ने अपने भाई से बेइज्जती का ऐसा बदला लिया कि भाई को जिंदगी भर का घाव दे बैठी। बहन को अपनी बेइज्ज्ती का ये बदला जेल जाकर चुकाना पड़ा।
लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के अहमदनगर में चार साल के मासूम अब्दुल्ला की हत्या के मामले में पुलिस ने मासूम की सगी बुआ और फुफेरे भाई को जेल भेज दिया। खुलासा हुआ कि दिल्ली में शादी समारोह के दौरान हुई बेइज्जती का बदला लेने के लिए दोनों ने मासूम बच्चे का कत्ल किया था। अहमदनगर निवासी अब्दुल्ला (4) पुत्र शकील 24 नवंबर को उस वक्त लापता हो गया था, जब वह अपनी मां गुड़िया के साथ बुआ जीनत के घर गया हुआ था। अब्दुल्ला का मकान अहमदनगर गली एक और बुआ का मकान गली नौ में है। परिजनों ने 25 नवंबर को उसके अपहरण का मुकदमा लिसाड़ी गेट थाने में दर्ज करा दिया। तीन दिसंबर को अब्दुल्ला की लाश अहमदनगर गली-छह में नाले में पड़ी मिली। चार दिसंबर को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई। इसमें गला दबने से मौत की पुष्टि हुई। इसके बाद मेरठ पुलिस ने हत्या के बिंदु पर जांच-पड़ताल शुरू की।
चूंकि परिजनों को पहले से मृतक की बुआ जीनत और फुफेरे भाई जुल्फिकार पर शक था। इसलिए पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। दोनों ने हत्या करना कुबूल किया। जुल्फिकार ने बताया कि 24 नवंबर को जब अब्दुल्ला घर के बाहर खेल रहा था तो उसे टॉफी खिलाने के बहाने गली नंबर 23 अहमदनगर स्थित अपने दूसरे घर में ले गया, जहां कोई नहीं रहता। कुछ देर बाद उसने जीनत को भी वहीं बुला लिया। रात में करीब 12 बजे अब्दुल्ला की गला घोंटकर हत्या कर दी। रात में ही लाश को नाले में फेंक दिया, ताकि यह हादसा लगे। कोतवाली सीओ दिनेश शुक्ला ने बताया कि मृतक अब्दुल्ला के पिता और हत्यारोपी जुल्फिकार के परिवार में वर्षों से मनमुटाव चला आ रहा था। दोनों परिवारों में बोलचाल तक बंद थी। कुछ समय पहले दिल्ली में एक शादी समारोह के दौरान भात देने को लेकर जुल्फिकार और उसकी मां जीनत की बेइज्जती हो गई थी। पुलिस ने सभी हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
Published on:
06 Dec 2019 05:24 pm
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