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धू्म्रपान करने वालों को कोरोना के संक्रमण का ज्यादा खतरा, बचाव के लिए एक्सपर्ट ने दी ये सलाह

Highlights मेरठ के डीएन कालेज में वेबिनार का आयोजन कोविड-19 पर काम कर रहे वैज्ञानिक का दावा अनेक बीमारियों के लिए वैक्सीन कर चुके तैयार  

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मेरठ। आज पूरा विश्व कोरोना से जूझ रहा है। इसको लेकर कई देश वैक्सीन की कोशिश में जुटे हैं। डीएन कालेल में आयोजित वेबिनार में जब वैक्सीनेशन पर काम कर रहे डा. रामकरण ने बताया सितंबर तक कोरोना की वैक्सीन भारतीय बाजार में आ जाएगी तो सभी लोगों ने तालियों से इसका स्वागत किया। उन्होंने वेबिनार में बताया कि कोविड- 19 की वैक्सीन पर तेजी से काम चल रहा है। सितंबर तक कोरोना वायरस की वैक्सीन भारत के बाजार में आ जाएगी। उन्होंने कहा कि बीड़ी, सिगरेट, पान मसाला, गुटखा खाने वालों को कोरोना संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा रहता है।

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वैज्ञानिक डा. रामकरण डीएन कॉलेज में आयोजित वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। पेटेंट और सुरक्षा कारणों से उन्होंने इसके बारे में और अधिक जानकारी नहीं दी। बता दें कि डा. रामकरण मलेरिया, टाइफाइड जैसी बीमारियों की वैक्सीन पर कार्य कर चुके हैं। वे इन बीमारियों की सस्ती वैक्सीन तैयार कर चुके हैं। उनकी टीम इस समय को भी कोविड 19 वैक्सीन के निर्माण में भी जुटी हुई है।
वेबिनार का विषय रिसेंट ट्रेंड्स इन मैथमेटिकल एंड फिजिकल साइंसेज था। वेबिनार में डा. रामकरण ने कहा कि कोरोना वायरस पर तापमान का कोई असर नहीं पड़ रहा है। ध्रूमपान करने वाले लोगों को सबसे ज्यादा संक्रमण का खतरा रहता है।

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उन्होंने बताया कि नियमित योग, गिलोय, तुलसी, काली मिर्च, अदरक का काढ़ा पीने से प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है। उपचार में भी लाभ मिलता है। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एनके तनेजा ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस नैनो टेक्नोलॉजी के विषय में बताया। प्राचार्य डा. बीएस यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मूल मंत्र चुनौती को ही अवसर में बदलना है। इसे लेकर आगे बढऩा होगा। इसरो के वैज्ञानिक गौरव जायसवाल ने कहा कि सूर्य की ऊष्मा को नैनो फेब्रिकेशन से आसानी से ऊर्जा में बदला जा सकता है। डा. मनोज सिंह ने बताया की वेबिनार में देश-विदेश के करीब 600 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया व 110 शोध पत्र प्रस्तुत किए।