
मेरठ. लखनऊ में वाल्मीकि मंदिर तोड़े जाने की आंच मेरठ पहुंच गई है। आज वाल्मीकि समाज के लोगों ने सपा के नेतृत्व में डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकरियों की मांग थी कि लखनऊ में तोड़े गए वाल्मीकि मंदिर का पुन: निर्माण किया जाए। सरकार ने अगर मांगे नहीं मानी तो वाल्मीकि समाज पूरे प्रदेश में हड़ताल पर उतर आएगा। इसके बाद जो समस्या प्रदेश के सभी जिलों में पैदा होगी। उसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी।
प्रदर्शन कर रहे वाल्मीकि समाज के लोगों ने कहा कि इसको महज धमकी या चेतावनी न समझा जाए। वाल्मीकि समाज अगर सड़क पर उतरा तो इससे समाज का ही नहीं सरकार का भी बड़ा नुकसान होगा। सपा के अनुसूचित जाति-जनजाति प्रकोष्ठ के महानगर अध्यक्ष विपिन मनोठिया वाल्मीकि के नेतृत्व में लखनऊ चौक में स्थापित पुरातन वाल्मीकि मंदिर तोड़े जाने के विरोध में प्रदर्शन किया गया। इस संबंध में एक ज्ञापन राष्ट्रपति को संबोधित करते हुए भेजा गया है। जिसमें मांग की गई है कि जिस भी ठेकेदार ने मंदिर को तोड़ा है उसके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए। इतना ही नहीं वाल्मीकि मंदिर का शीध्र से शीध्र पुननिर्माण किया जाए।
मनोठिया वाल्मीकि ने कहा कि अगर समाज की मांगे नहीं मानी गई तो समाज के अन्य सामाजिक संगठनों के लोग सड़क पर उतरेंगे और जेल भरो आंदोलन चलाया जाएगा। तीन दिन के भीतर अगर मंदिर निर्माण नहीं शुरू होता तो पूरे प्रदेश का वाल्मीकि समाज के लोग लखनऊ के लिए कूच कर देंगे। यह एक प्रदेश व्यापी आंदोलन होगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि सरकार मंदिर तोड़े जाने वाले ठेकेदार के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करे और मंदिर का निर्माण कराए।
Updated on:
21 Sept 2019 05:28 pm
Published on:
21 Sept 2019 04:38 pm
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