
मेरठ। जिले में धारा 144 लागू होने के बाद भी सपा कार्यालय पर सैकड़ों की संख्या में सपाई (SP Workers) एकत्र हुए। सपाइयों को रोकने के लिए काफी संख्या में पुलिस (Police) बल तैनात किया गया था। पुलिस की इस सतर्कता के बाद भी कार्यालय पर सपाई एकत्र हो गए। सपाई नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) और प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था (Law And Order) के खिलाफ प्रदर्शन की तैयारी कर रहे थे। इस दौरान पुलिस से सपाइयों की झड़पें भी हुयी।
सपा कार्यालय से कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ रहे सपाइयों को पुलिस ने रोकने की कोशिश की। जिस पर सपाई और पुलिस आपस में भिड़ गए। इस दौरान सड़क पर गिरे कई सपाइयों को चोटें लग गर्इं। सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजपाल चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार पुलिस के डंडे के जोर पर जनता को दबाना चाहती है। जिसका उदाहरण आज सपा कार्यालय पर देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने नकली मुखौटा पर झूठ का चश्मा पहना रखा है।
सपा नेताओं के कार्यालय पर पहुंचते ही कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी। पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं को नारेबाजी करने से रोकना चाहा तो दोनों के बीच कहासुनी के बाद धक्का-मुक्की शुरू हो गई। सपाइयों ने नारेबाजी करते हुए डीएम कार्यालय की ओर बढना शुरू कर दिया। विवाद को बढ़ता देख पूर्व जिलाध्यक्ष ने सपाइयों को पीछे करने की सोची। उन्होंने कार्यकर्ताओं को समझाया कि यह अपना कार्यक्रम है, माहौल खराब न करें। वहीं उन्होंने सपाइयों को भी नारेबाजी करने से रोका। हालात ये थे कि सपाइयों को डीएम कार्यालय तक पहुंचने से रोकने के लिए कई स्थानों पर बैरिकेडिंग बनाए गए थे। जहां पर पुलिस अधिकारी फोर्स के साथ तैनात थे।
Updated on:
19 Dec 2019 01:44 pm
Published on:
19 Dec 2019 01:40 pm
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