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UP Police ने गृह मंत्रालय से पूछा, अब विदेशी जमातियों का क्या करें

Highlights - मेरठ की अस्थायी जेल में बंद हैं 19 विदेशी जमाती - एसएसपी ने गृह और विदेश मंत्रालय से मांगी जानकारी - कोर्ट के कोरोना हॉटस्पॉट में होने की वजह से नहीं हो पा रही है सुनवाई

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मेरठ

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lokesh verma

Jun 12, 2020

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मेरठ. अस्थायी जेल में बंद विदेशी जमाती मेरठ पुलिस के लिए सिरदर्द साबित हो रहे हैं। मेरठ की कचहरी हॉटस्पॉट एरिया में आने के कारण पिछले 20 दिन से देसी-विदेशी 321 जमातियों की जार्जशीट पर सुनवाई नहीं हो पा रही है। अब ऐसे में एसएसपी अजय साहनी ने विदेश और गृह मंत्रालय से पूछा है कि कोर्ट के फैसले के बाद विदेशी जमातियों का क्या करें? उन्होंने उम्मीद जताई है कि मेरठ में भी सहारनपुर कोर्ट की तर्ज पर सुनवाई वाले दिन ही सजा मुकर्रर हो जाएगी।

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मेरठ के एसएसपी अजय साहनी का कहना है कि देसी-विदेशी समेत कुल 321 जमाती मेरठ पहुंचे थे। इनमें 19 विदेशी हैं, जो सूडान, जिबूती, कीनिया और इंडोनेशिया के निवासी हैं। उन्होंने बताया कि सभी 321 जमातियों के खिलाफ मेरठ पुलिस 20 दिन पहले ही चार्जशीट लगा चुकी है और 302 देसी जमातियों को जमानत पर छोड़ चुके हैं। वहीं, 19 विदेशी जमाती अभी भी अस्थायी जेल में बंद हैं। उन्होंने बताया कि वेस्टर्न कचहरी रोड असौड़ा हाउस कोरोना हॉटस्पॉट है। इसलिए कोर्ट बंद है और चार्जशीट का संज्ञान नहीं लिया जा सका है।

अजय साहनी ने बताया कि कोर्ट के खुलने के बाद ही जमातियों की चार्जशीट पर संज्ञान लिए जाने की उम्मीद है। बता दें कि सहारनपुर कोर्ट ने 57 विदेशी जमातियों की चार्जशीट पर संज्ञान लेते ही उसी रोज सजा मुकर्रर कर दी थी। जमातियों को केवल उतने दिन की सजा मिली, जितने दिन वे अस्थायी जेल में रहे। इस तरह केस खत्म कर जमातियों को जेल से रिहा कर दिया गया। अब माना जा रहा है कि मेरठ में भी सहारनपुर की तर्ज पर ही जमातियों को रिहा किया जाएगा। इसको लेकर एसएसपी ने गृह और विदेश मंत्रालय से पूछा है कि जमातियों का क्या किया जाए। ऐसा माना जा रहा है कि कोर्ट से रिहा होते ही जमातियों को एम्बेसी के सुपुर्द किया जाएगा और वहां से उन्हें उनके देश रवाना किया जाएगा।

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