यह भी पढ़ेंः शिक्षक भर्ती में पास अभ्यर्थियों को प्रमाण-पत्र देने के लिए विश्वविद्यालय ने लॉकडाउन में जिलेवार की ये व्यवस्था पहले विचार किया जा रहा था कि खेल विश्वविद्यालय लखनऊ के गुरु गोविन्द सिंह स्पोट्र्स कॉलेज में खोला जाए। इसके लिए निर्माण एजेंसी के अभियंताओं ने स्पोर्ट्स कॉलेज का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट भी खेल विभाग को सौंप दी थी। इस बीच, खेल विभाग ने मेरठ के क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी है कि वे भूमि की उपलब्धता, बुनियादी सुविधाएं और संसाधनों को देखते हुए एक प्रस्ताव जल्द ही उपलब्ध कराएं। शासन ने मेरठ के डीएम अनिल ढींगरा से पूछा था कि क्या मेरठ में खेल विश्वविद्यालय के लिए जमीन उपलब्ध हो सकती है। इस पर उन्होंने जमीन उपलब्ध कराने की सहमति दे दी है।
यह भी पढ़ेंः मुस्लिम धर्म गुरुओं ने बताया कि लॉकडाउन के कारण घर में ईद की नमाज कैसे अदा करें, लोगों से की ये अपील सूत्रों के मुताबिक खेल विश्वविद्यालय का विधेयक तैयार कर लिया गया है। विश्वविद्यालय में उभरते हुए खिलाडिय़ों को उच्च गुणवत्ता वाला प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। इस बारे में डीएम अनिल ढींगरा ने बताया कि खेल विश्वविद्यालय के लिए जमीन उपलब्ध कराने के लिए एमडीए को कहा था। जिस पर एमडीए ने इसके लिए भूमि की व्यवस्था की। खेल विश्वविद्यालय की पूरी कार्ययोजना बनाकर शासन को भेज दी गई है। उन्होंने बताया कि इससे वेस्ट यूपी की उन प्रतिभाओं को लाभ मिलेगा, जो खेल में दमखम दिखाना चाहती हैं, लेकिन सुविधाओं के अभाव में वे आगे नहीं बढ़ पाती थी।