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VIDEO: जीजा के साथ मिलकर दबा दिया पति का गला और फिर पहुंचाया अस्पताल, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सुलझी हत्या की गुत्थी बता दें कि 82 किलोमीटर के इस प्रोजेक्ट में मेरठ की सीमा में 25 किलोमीटर का हिस्सा आ रहा है। इसके अंतर्गत 12 स्टेशन सहित एक डिपो भी है। इसको देखते हुए मेरठ में फील्ड कार्यालय भी खोला गया है। इससे पहले सभी कार्य पूरे कर लिए गए हैं। मिट्टी की जांच से लेकर अन्य सभी कागजी कार्रवाई भी पूरी की जा चुकी है। इस रूट पर ही रैपिड-कम-मेट्रो भी चलाए जाने का प्रोजेक्ट है। इसके लिए छह मेट्रो स्टेशन भी चिह्न्ति किए जा चुके हैं।
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CAA, NRC और EVM के खिलाफ भारत बंद के पोस्टर पुलिस के लिए बने सिरदर्द, Video रैपिड के साथ मेट्रो चलाने का विचार काफी समय से चल रहा है। इस प्लान को भी हरी झंडी मिलने के बाद ही कार्य की गति को आगे बढ़ाया गया है। मेट्रो के स्टेशनों में परतापुर, रिठानी, ब्रह्मपुरी, एमईएस कॉलोनी, डोरली,मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दीनगर, मेरठ सेंट्रल, भैंसाली, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, डोरली, मेरठ उत्तर, मोदीपुरम (स्टेशन कम डिपो) शामिल हैं। इनमें बेगमपुल में अब काम की शुरूआत हो चुकी है। पिछले दो दिन से हो रही बारिश के कारण कार्य में व्यवधान पड़ा है, लेकिन मंगलवर की रात देर रात बेगमपुल पर कंपनी ने अपनी दस्तक दे दी।