कश्मीर में चिंताजनक हुई स्थिति, 2010 के बाद इस साल सबसे ज्यादा कश्मीरी युवा बने आतंकी 15 युवाओं ने छोड़ा आतंक का रास्ता पिछले कुछ समय में कश्मीर घाटी में आतंकी गतिविधियों में कमी के संकेत मिले हैं। दक्षिण कश्मीर के आतंकवाद प्रभावित इलाकों से 15 युवाओं ने इस दिशा में आतंक का रास्ता छोड़ मुख्यधारा से जुड़कर नई जिंदगी की शुरुआत करने का फैसला लिया है। युवाओं के इस फैसले से आतंकी संगठनों को झटका लगा है। युवाओं के इस कदम से आतंकी संगठनों का नैतिक बल कमजोर हुआ है। आईजी कश्मीर का कहना है कि आतंकी घटनाओं को अगर समग्र रूप से देखा जाए तो दक्षिण कश्मीर के आतंकवाद प्रभावित इलाकों में आतंकी हिंसा में कमी आई है। दक्षिण कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। लेकिन सोशल मीडिया और शरारती तत्वों के दुष्प्रचार से गुमराह होकर युवक आतंकी संगठनों में जाते हैं। हम उन्हें आतंकवाद के रास्ते पर जाने से रोकने के लिए कई कदम उठा रहे हैं। जरूरत पड़ने पर सोशल मीडिया पर भी सख्ती से नजर रखने का काम किया जाएगा।
रक्षाबंधन पर सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी, आतंकी संगठन अल-बदर में शामिल हुए चारों दहशतगर्द गिरफ्तार चार आतंकी हुए गिरफ्तार जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा में रविवार सुबह मुठभेड़ में 4 आतंकी गिरफ्तार किए गए थे। हंदवाड़ा से पकड़े गए इन आतंकियों के पास से भारी मात्रा में गोला बारूद और हथियार बरामद हुए हैं। खबरों के अनुसार सेना को जानकारी मिली थी कि 4 युवा आतंकी दहशहतगर्दों की सरपरस्ती में एलओसी को पार करने की योजना बना रहे हैं। इसके बाद सेना ने पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त अभियान में आतंकवादियों की घेराबंदी की। दोनों तरफ से गोलीबारी शुरू हो गई। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा। चारों नए-नए भर्ती आतंकियों ने सरेंडर कर दिया जबकि अल-बदर के बाकी 3 आतंकी भाग गए।