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Corona और Bird Flu के बीच देश के इस राज्य में फैला रहस्यमयी बीमारी का प्रकोप, ये हैं लक्षण

कोरोना और बर्ड फ्लू के बीच देश के एक राज्य में रहस्यमयी बीमारी का प्रकोप45 दिन के भीतर 700 लोग इस बीमारी की चपेट में आए

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Corona और Bird Flu के बीच देश के इस राज्य में फैला रहस्यमयी बीमारी का प्रकोप, ये हैं लक्षण

Corona और Bird Flu के बीच देश के इस राज्य में फैला रहस्यमयी बीमारी का प्रकोप, ये हैं लक्षण

नई दिल्ली। एक ओर जहां कोरोना महामारी ( coronavirus Crisis ) और बर्ड फ्लू भारत ( Bird Flu in India ) में चिंता का विषय बनी हुई है, वहीं एक देश के एक राज्य में रहस्यमयी बीमारी ( Mysterious disease Andhra Pradesh ) ऩे सैकड़ों लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। राज्य में अचानक आई इस बीमारी को लेकर लोगों में खौफ का माहौल है। जानकारी के अनुसार दक्षिण भारत के राज्य आंध्र प्रदेश में इस समय अजीबोगरीब बीमारी का प्रकोप है। राज्य के पश्चिम गोदावरी जिले के कोमीरपल्ली गांव में पिछले 45 दिनों के भीतर लगभग 700 लोग इस बीमारी का शिकार हो चुके हैं। बुखार के साथ मिर्गी जैसे दौरे पडऩे वाली इस बीमारी के गांव के 22 लोगों में एक साथ लक्षण देखे गए।

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स्वास्थ्य मंत्री अल्ला काली कृष्णा ने प्रभावित गांव का दौरा किया

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बीमारी से ग्रसित मरीजों को राज्य के एलुरू स्थित सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। इस दौरान आंध्र प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अल्ला काली कृष्णा ने प्रभावित गांव का दौरा किया और लोगों से मिलकर उनका हालचाल जाना। स्वास्थ्य मंत्री ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि गांव में मेडिकल कैंप लगाया जा रहा है। इसके साथ ही डॉक्टरों की कई टीम भी गांव में पहुंचकर लोगों का चेकअप कर रही हैं। मेडिकल डिपार्टमेंट इस बीमारी से ग्रसित लोगों से पर पैनी नजर बनाए हुए है। आपको बता दें कि इस बीमारी से पहले बीते दिसंबर में भी एलुरू मेें एक रहस्यमयी बीमारी ने कई लोगों को अपनी चपेट में ले लिया था।

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डॉक्टरों ने एलुरू से नमूने इकठठ्ठा किए

यही वजह है कि एक महीने पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन, एम्स, एनआईएन, एनआईवी, एनसीडीसी और आईआईसीटी विशेषज्ञों और डॉक्टरों ने एलुरू से नमूने इकठठ्ठा किए थे। हालांकि डॉक्टर इस संबंध में कोई ठोस जानकारी नहीं जुटा पाए थे। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 जनवरी के दुनिया के सबसे बड़े कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत की थी, जिसके तहत रोजाना लाखों लोगों को टीका लगाया जा रहा है। हालांकि शुरुआती चरण में कोरोना वैक्सीन के लिए हेल्थ वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स का चयन किया गया है, जिसके बाद वैैक्सीनेशन अभियान का विस्तार किया जाएगा और देश के प्रत्येक नागरिक को टीका लगाया जाएगा।


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