
देश में अमन के लिए अमर हुआ बिहार का बेटा
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद के हिंसक रूप ( India China Violent Clash ) लेने के बाद पूर्वी लद्दाख स्थित गैलवान घाटी ( Galvan Valley ) में बिहार ( Bihar ) के समस्तीपुर ( Samastipur ) के लाल ने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। मोहिउद्दीननगर प्रखंड के सुल्तानपुर गांव के रहनेवाले बिहार रेजीमेंट में कार्यरत सुधीर कुमार सिंह के पुत्र अमन कुमार सिंह ( Aman Kumar singh ) चीनी सैनिकों के साथ झड़प में शहीद हो गए।
देश में अमन के लिए समस्तीपुर का ये लाल अपनी जान न्यौछावर करने से भी पीछे नहीं हटा और गद्दार चीनी सैनिकों के आगे डंटा रहा। अपने प्राणों का बलिदान देकर देश का ये लाल हर दिल में अमर हो गया।
अमन की शहादत की खबर परिवार वाले और ग्रामीणों को मंगलवार की देर रात लगभग 11 बजे बजे मिली। भारत चीन बॉर्डर से ही भारतीय सेना के किसी अधिकारी ने फोन कर यह सूचना दी।
इस संबंध में डीएम शशांक शुभंकर ने बताया कि शहीद जवान की पार्थिव शरीर आने की सूचना नही हैं। सूचना मिलते ही वो स्वयं शहीद जवान के घर जाएंगे।
जैसे गांव में अपने लाल की शहादत होने की सूचना पहुंची हर तरफ गम का माहौल हो गया। पूरे इलाके में सन्नाटा पसर गया। घरवालों की आंखों में एक तरफ अपने इस लाल के जाने के आंसू थे, तो दूसरी तरफ देश के लिए उसकी शहादत पर गर्व से उनका सिर उठा हुआ भी था।
एक साल पहले ही शादी के बंधन में बंधे थे अमन
देश के लिए अपना सबकुछ न्यौछावर करने वाले अमन कुमार की जिंदगी में कुछ समय पहले ही बहार आई थी। एक वर्ष पहले ही अमन कुमार सिंह की शादी पटना जिले के बाढ़ के राणा विद्या गांव में हुई थी। शादी के कुछ समय बाद ही अमन ने ड्यूटी जॉइन कर ली और फिर उनकी पोस्टिंग पूर्वी लद्दाख सीमा पर हो गई।
सामाजिक कार्यकर्ता और सुल्तानपुर गांव के भाई रणधीर के मुताबिक चीन बॉर्डर पर अपने गांव के लाल के शहादत की खबर से पूरा गांव सकते में था। हर तरफ मातम पसर गया।
इस खबर ने जहां परिवार के लोगों को बेसुध कर दिया वहीं गांव वालों के चेहरे पर मायूसी आसानी से देखी जा सकती थी। अमन की शहादत की खबर जैसे ही चारों ओर फैली आसपास के लोगों का हुजूम अमन के घर पहुंचने लगा। बड़ी संख्या में लोगों ने शहीद सैनिक के घर पर जुटकर परिवार के ढांढस बंधाई।
Published on:
17 Jun 2020 12:03 pm
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