
Central Government ask citizen to recommend names for Padma Award 2022
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ( Central Government ) ने पद्म पुरस्कारों ( Padma Award ) के लिए लोगों से सुझाव मांगे हैं। सरकार ने कहा कि वह पद्म पुरस्कारों को 'जनता का पद्म' में परिवर्तित करने के लिए प्रतिबद्ध है। केंद्र ने सभी नागरिकों से प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान के लिए स्व-नामांकन सहित नामांकन और सिफारिशें करने का आग्रह किया।
केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक गणतंत्र दिवस, 2022 की पूर्व संध्या पर घोषित किए जाने वाले इन पुरस्कारों के लिए ऑनलाइन नामांकन या सिफारिशें खुली हैं, जिसकी अंतिम तिथि 15 सितंबर, 2021 है।
यहां कर सकते हैं सिफारिश
पद्म पुरस्कार देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में शामिल हैं जिनमें मुख्य तौर पर पद्म भूषण, पद्म विभूषण और पद्मश्री शामिल हैं। पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन/सिफारिशें केवल पद्म पुरस्कार https://padmaawards.gov.in पोर्टल पर ऑनलाइन माध्यम से ही प्राप्त की जाएंगी। आप भी इन पुरस्कारों के लिए सिफारिश करना चाहते हैं तो दिए गए लिंक पर जाकर कर सकते हैं। नामांकन की अंतिम तिथि 15 सितंबर, 2021 है। इसमें सभी नागरिक हिस्सा ले सकते हैं।
ये होनी चाहिए योग्यता
नामांकन और सिफारिशों में पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में निर्दिष्ट सभी प्रासंगिक विवरण शामिल होने चाहिए, जिसमें वर्णनात्मक रूप में एक उद्धरण (अधिकतम 800 शब्द), होना चाहिए। इसमें जिस व्यक्ति की सिफारिश की जा रही है उसकी विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियां और व्यक्ति द्वारा प्रदान की गई सेवाएं शामिल होनी चाहिए।
राज्यों को भी निर्देश
इस संबंध में केंद्र की ओर से राज्य सरकारों को निर्देश दिए गए हैं। इसके मुताबिक संभावित पुरस्कार विजेताओं का पता लगाने के लिए विशेष खोज समिति गठित करने के लिए कहा है।
ये समिति ऐसे लोगों को खोजेगी जिन्हें उनकी असाधारण सेवाओं के बावजूद इस पुरस्कार के लिए उनके नाम पर अब तक विचार नहीं किया गया है।
दरअसल वर्ष 2014 से मोदी सरकार ऐसे ‘नायकों’ को पद्म पुरस्कार प्रदान कर रही है, जिन्होंने विभिन्न तरीकों से समाज में योगदान दिया है।
गृह मंत्रालय ने सभी केंद्रीय मंत्रालयों, विभागों, राज्यों सरकारों, केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन भारत रत्न और पद्म विभूषण पुरस्कार विजेताओं और उत्कृष्टता संस्थानों से अनुरोध किया है कि महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति में से प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के लिए ठोस प्रयास किए जाएं।
‘दिव्यांग’ व्यक्ति जो समाज की निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं और जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में सम्मान के पात्र हैं।
गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव आर के सिंह की ओर से लिखे पत्र में कहा गया है, ‘ऐसे व्यक्तियों की पहचान करने के लिए ठोस प्रयास करने का अनुरोध किया जाता है जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियों को मान्यता दी जानी चाहिए और उनके पक्ष में उपयुक्त नामांकन करें। यह कहने की आवश्यकता नहीं है कि ऐसे योग्य व्यक्तियों की मान्यता केवल इन पुरस्कारों की प्रतिष्ठा को बढ़ाएगी।’
Published on:
11 Jun 2021 08:17 am
बड़ी खबरें
View Allविविध भारत
ट्रेंडिंग
