अब कोरोना एंटीबॉडी ही बन रही बच्चों की जान की दुश्मन, जयपुर में 17 बच्चों की मौत
जयपुरPublished: Jul 05, 2021 09:54:01 am
कोविड 19 की संभावित तीसरी लहर से पहले ही बच्चे एसिम्प्टोमेटिक (अलक्षणीय) कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। शरीर में बनी एंटीबॉडी या हाई इम्यून सिस्टम के कारण बच्चे मल्टी इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम इन चाइल्ड (एमआईएस-सी) के शिकार भी हो रहे हैं।
नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी चपेट में आए। बुजुर्गों का उपचार हुआ, उन्हें अस्पताल भी जाना पड़ा, लेकिन इस बीच कई बच्चे भी संक्रमित हुए जिन्हें एसिंप्टोमेटिक कोरोना हुआ। परिजनों को भी उनके संक्रमित होने का पता नहीं चल सका। वे ठीक भी हो गए और उनके शरीर में एंटीबॉडी भी बन गई। अब यह तेज एंटीबॉडी ही बच्चों के बीमार होने का कारण बन रही है। वे मल्टी इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम इन चाइल्ड (एमआइएस-सी) के शिकार हो रहे हैं। इस तरह के मामले जयपुर के जेके लोन में लगातार बढ़ रहे हैं। गंभीर हालत में यहां आए 17 बच्चे दम तोड़ चुके हैं।