देशभर में फिलहाल 98,678 लोगों कोविड-19 की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं। देश में भारत में पहला कोरोना संक्रमित 30 जनवरी को सामने आया था। दुनियाभर में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में भारत दूसरे नंबर पर है। इस बीच बड़ी खबर यह है कि प्रदूषण और ठंड बढ़ने के साथ कोरोना का खतरा भी बढ़ जाएगा। जानकारों की मानें तो प्रदूषण के चलते कोरोना से मरने वालों की संख्या दोगुनी हो सकती है।
दिल्ली पुहंचा एयर इंडिया वन विमान, अब दुनिया के ताकतवर नेताओं के बराबर हुई पीएम की सुरक्षा, जानें इसकी खासियत कोरोना वायरस से दुनिया में अब तक करीब 10 लाख से अधिक लोगों की वायरस से मौत हो चुकी है। जिन तीन देशों में सर्वाधिक मौतें हुई हैं उनमें भारत भी शामिल है।
पिछले एक महीने की स्थिति पर गौर करें तो भारत में रोजाना जितने लोगों की मौत हो रही है उतनी किसी देश में नहीं हो रही है। यही हालात रहे तो जल्द ही दुनिया में कोरोना से सर्वाधिक मौत के मामले में भारत सबसे आगे होगा।
प्रदूषण से बढ़ेगा कोरोना
सर्दियां शुरू होने लगी हैं। इसके साथ सर्दी, खांसी और बुखार जैसी मौसम संबंधी बीमारियां इस दौरान बढ़ जाती है। ऐसे में कोरोना वायरस का संकट इस खतरे को और बढ़ा सकता है। वहीं अब प्रदूषण ने नए खतरे की घंटी बजा दी है।
कोरोना संकट के बीच प्रदूषण जानलेवा हो सकता है। संकट केवल पराली से ही नहीं है, छोटे-बड़े शहरों में तमाम कल-कारखाने काम कर रहे हैं। सड़क परिवहन भी पूरी तरह सक्रिय है। ये भी प्रदूषण के बड़े कारक हैं।
दरअसल प्रदूषण की मार शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता पर पड़ती है। चिकित्सकों और पर्यावरणविदों की मानें तो प्रदूषण बढ़ने के साथ ही देश में कोरोना से मौत के मामलों में तेजी देखने को मिल सकती है, ये दोगुने तक पहुंच सकती है।
दिल्ली पुलिस का बड़ा कदम, इंडिया गेट समेत आस-पास के इलाकों पर लगाई धारा 144, सभी तरह के आयोजनों पर भी लगी रोक दिल्ली-एनसीआर में ज्यादा खतरादिल्ली-एनसीआर की आबोहवा धीरे-धीरे बिगड़ने लगी है। पराली जलाए जाने और कल-कारखानों के बीच यहां प्रदूषण बढ़ने लगा है। दिल्ली के डॉक्टरों ने चेताया है कि प्रदूषण से बचने के लिए कारगर कदम नहीं उठाए गए तो स्थिति भयावह हो सकती है और कोरोना से मौतें दोगुनी हो सकती हैं।