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Coronavirus:  अब भारत बना महामारी के खिलाफ दुनिया का रोल मॉडल, अमरीका जैसे देश मांग रहे हैं मदद

WHO ने की कोरोना के खिलाफ भारतीय पहल की तारीफ ट्रंप ने मोदी को बताया महान तो ब्राजील के राष्ट्रपति ने हनुमान अमरीकी व यूरोपीय नेता नमस्ते बोलने में खुद को सुरक्षित मानने लगे हैं

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नई दिल्ली। एक दौर था जब पश्चिमी और यूरोपीय देश भारत का मजाक उड़ाया करते थे। लेकिन कोरोना महामारी के दौर में गेम बदल गया। इस बीमारी के सामने पश्चिम और यूरोपी देश पूरी तरह से नतमस्तक हो चुके हैं। दूसरी तरफ कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में भारत ने कुछ साहसिक कदम उठाकर ऐसा कर दिखाया जिसकी वजह से अब वही देश भारत के सामने हाथ फैलाने को मजबूर हैं। इतना ही नहीं, अमरीका जैसे देश भी अब भारत से मदद मांगने लगे हैंं। वही लोग नमस्ते कर COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में Hydroxychloroquine दवा भारत से मांग रहे हैं।

दरअसल, 1990 के दशक तक ब्रेड ड्रेन के कारण बड़ी संख्या में भारतीयों ने पश्चिमी देशों का रुख किया था। उस समय भारत की स्थिति आंतरिक और आर्थिक मोर्चे पर अच्छी नहीं थी। भारत का आधारभूत ढांचा बहुत कमजोर था।उस दौर में कॉलरा, टीबी, स्मॉलपॉक्स, एड्स से निपटने में भारत काफी पिछड़ा देश साबित हुआ था। मिडल क्लास के बीच किसी भारतीय का विदेश, खासकर अमरीका या ब्रिटेन से लौटना गर्व की बात होती थी। लेकिन पिछले तीन दशक में बहुत बदल गया। अब वहां से लौटने वाले दिखावा नहीं करते क्योंकि कोरोना सहित कई मामलों में भारत ने वैश्विक मंच पर दमदार प्रदर्शन कर दिखाया।

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आज कोविद—19 की वजह से सबसे बुरा हाल अमरीका है। 1892 में जब कॉलरा फैला तो अमरीका ने सभी इमिग्रेंट्स को सीधे क्वानरंटीन में भेज दिया था। आज यही अमेरिकंस के साथ हो रहा है। अमरीकी राष्ट्ररपति ट्रंप ने भारत से मदद मांगते हैं। उन्हें COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में गेमचेंजर बताते हैं। आज अमरीका को भारत से Hydroxychloroquine दवा चाहिए। भारत इसका सबसे बड़ा प्रोड्यूसर है। कई और विकसित देशों ने भारत से ये दवा मांगी है।

इतना ही नहीं कभी यही देश भारत को सपेरों का देश कहा करते थे। आज इजरायल, ब्रिट्रेन, अमरीका व अन्य विकसित देशों के नेता खुलकर नमस्ते करते हैं। हाथ मिलाने पर वायरस संक्रमण का खतरा है, इसलिए नमस्ते में सबको अच्छाई दिखाई देने लगी है।

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आज यह स्थिति इसलिए उत्पन्न हुई, क्योंकि अमरीका और ब्रिटेन ने इसे हल्के में लिया। ट्रंप ने यहां तक कहा कि ये अफवाह है और जादू की तरह गायब हो जाएगा। ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने कहा था हम तो हाथ मिलाएंगे। आज वो खुद कोरोना का इलाज करा रहे हैं।

दूसरी तरफ विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ( WHO ) ने भारत के COVID-19 पर भारतीय पहल की तारीफ की है। WHO ने कहा भारत ने फैसले किए और उन्हें धरातल पर लागू किया। उससे दुनिया के कई देशों ने सबक लिया। यूनाइटेड नेशंस ने कहा कि भारत में लॉकडाउन बेहद सही और सटीक समय पर लिया गया फैसला है। ब्राजील के राष्ट्र पति जेयर बोलसोनारो ने पीएम मोदी को हनुमान तो ट्रंप ने उन्हें महान नेता बताया।