scriptCoronavirus: बिना हिस्ट्री के मरीजों से सरकार में हड़कंप, कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा! | Coronavirus patients without history increased government's concern | Patrika News

Coronavirus: बिना हिस्ट्री के मरीजों से सरकार में हड़कंप, कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा!

locationनई दिल्लीPublished: Mar 28, 2020 08:04:20 pm

Submitted by:

Mohit sharma

भारत में बिना किसी हिस्ट्री के कोरोना के मरीजों ने सरकार को चिंता में डाल दिया
ICMS ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि देश में कोरोना टेस्ट किट की कमी नहीं

Coronavirus: बिना हिस्ट्री के मरीजों से सरकार में हड़कंप, कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा!

Coronavirus: बिना हिस्ट्री के मरीजों से सरकार में हड़कंप, कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा!

नई दिल्ली। एक ओर जहां भारत में कोरोना वायरस ( Coronavirus in india ) के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, वहीं बिना किसी हिस्ट्री के कोरोना ( Coronavirus ) के मरीजों ने सरकार को चिंता में डाल दिया है।

हालांकि ICMR ने दावा किया है कि इस तरह के मरीजों की संख्या बहुत अधिक नहीं है और हालात पूरी तरह से कंट्रोल में हैं।

यही नहीं ICMR ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि देश में कोरोना टेस्ट किट की कोई कमी नहीं है।

बड़ी खबर: कोरोना संदिग्ध युवक ने महिला के गले पर काटा, जानें फिर कैसी हो गई महिला की हालत?

 

a1_1.png

आइसीएमआर के डॉक्टर रमन गंगाखेड़कर के अनुसार दमे के कुछ मरीजों कोरोना पॉजिटिव पाया गया हैै और इनकी न तो कोई ट्रैवल हिस्ट्री है और न ही ये कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं।

लेकिन गंगाखेड़कर ने स्वीकार किया है कि ऐसे मरीजों की संख्या न के बराबर है और इसको कम्युनिटी ट्रांसमिशन का केस नहीं माना जा सकता।

डॉक्टर गंगाखेड़कर की मानें तो कोरोना के चलते कुछ ऐसे भी मामले देखने को मिले हैं, जो अपने ट्रैवल हिस्ट्री छुपाते दिखे हैं।

अब ऐसे मरीजों की पहचान कर उनकी जांच की जा रही है। इसके साथ ही यह भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा कि उनके संक्रमण का श्रोत क्या रहा था ।

कोरोना वायरस के बीच भाजपा का बड़ा कदम, जानें पार्टी के सभी सांसद और विधायकों को सौंपी क्या जिम्मेदारी?

 

 

y_2.jpg

डॉक्टर गंगाखेड़कर ने जानकारी देते हुए बताया कि देश में फिलहाल कोरोना टेस्ट किट की कोई कमी नहीं है।

अमरीका से पांच लाख किट और मंगवाएं गए हैं।

देश की सरकारी लैबों में रोजाना 12 हजार टेस्ट करने की क्षमता है। हालांकि अभी इनका पूरी तरह से इस्तेमाल भी नहीं हो पा रहा है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो