मौलाना साद से जुड़ी ये 10 बातें नहीं जानते होंगे आप, खुद ही बन बैठा था तबलीगी जमात का मुखिया रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि भारत में जून के तीसरे सप्ताह तक COVID-19 के संक्रमण के मामले बढ़ सकते हैं। बीसीजी ने ये रिपोार्ट कोरोना वायरस महामारी पर रोकथाम के उपायों को ध्यान में रखकर बनाई गई है। इसमें 25 मार्च तक देश में कोरोना से निपटने की तैयारी, वर्तमान में संक्रमित होने वाले लोगों के आंकड़े और इससे रिकवर होने वाले लोगों की तादाद आदि को ध्यान में रखा गया है।
कोरोना वायरस: आयुर्वेदिक दवा से प्रिंस चार्ल्स हुए ठीक, डॉक्टर ने किया दावा बीजीसी की ये रिपोर्ट जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय के डेटा का पूर्वानुमान लगाने वाले मॉडल पर आधारित है। इसके अनुसार अगर भारत में लॉकडाउन की अवधि अभी नहीं बढ़ाई जाती है तो कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद में एकदम से इजाफा हो सकता है। इससे महामारी पूरे देश में अपना जाल फैला सकता है। इसलिए लॉकडाउन को सितंबर महीने तक बढ़ा देना चाहिए। अगर जून के बाद हालात सामान्य लगते हैं तो इस बारे में विचार किया जा सकता है। मालूम हो कि मोदी सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए 22 मार्च को जनता कफ्र्यू का आवाहन किया था। इसके बाद से पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया गया।