
Chamrajpet Crematorium
नई दिल्ली। पूरी दुनिया महामारी कोरोना वायरस से जूझ रही है। कोरोना की दूसरी लहर से पूरा देश बेबस नजर आ रहा है। महामारी ने देशभर में तबाही मचा रखी है। रोजाना लाखों की संख्या में नए मामले सामने आ रहे हैं। वहीं हजारों की संख्या में मरीज दम तोड़ रहे हैं। कोरोना की इस बेकाबू लहर ने अस्पताल से लेकर शमशान घाट तक लाशों का ढेर लगा दिया है। देश के कई राज्यों में मरीजों को बेड और ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है। वही कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहां पर श्मशान घाटों में शव दफनाने के लिए जगह नहीं मिल पा रही है। इस महामारी की वजह से कर्नाटक में भी बहुत बुरा हाल है। कर्नाटक के चामराजपेट में एक श्मशान के अधिकारियों ने बताया कि शव का अंतिम संस्कार करने के लिए जगह बहुत कम है। इसलिए श्मशान के बाहर हाउसफुल का एक साइन बोर्ड लगाना पड़ा।
श्मशान गृह के बाहर ‘हाउसफुल’ का साइनबोर्ड
कर्नाटक में बीते दिन कोरोना के 44 हजार 4 सौ 38 नए मामले सामने आए। वहीं 239 मरीजों की हो गई है। प्रदेश में लोग अपने प्रियजनों को अस्पतालों में भर्ती कराने लेकर मृत लोगों के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाटों पर जगह ढूंढ रहे हैं। कोरोना के कारण सभी जगह हालत बहुत खराब हो गई है। इस महामारी से शवों का ढेर लगा दिया है। जिससे कई श्मशान घाटों में अंतिम संस्कार के लिए तक जगह नहीं बची है। बेंगलुरू में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है। चामराजपेट के एक श्मशान गृह के अधिकारियों ने शवों के अंतिम संस्कार के लिए जगह की कमी के चलते बाहर ‘हाउसफुल’ का साइनबोर्ड लगा दिया है।
मुर्दों को दफनों के लिए 230 एकड़ जमीन आवंटित
सरकार ने मुर्दों को दफन करने के लिए कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरू के पास 230 एकड़ जमीन जमीन ब्रुहट बेंगलुरु महानगर पालिक (बीबीएमपी) को आवंटित की है। श्मशान में जगह नहीं मिलने के कारण सरकार ने फैसला किया है कि परिवार के स्वामित्व वाले खेतों और भूखंडों में दाह संस्कार किया जाए। आपको बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कर्नाटक में सोमवार को कोरोना के कारण 239 मरीजों की मौत हो गई है। अब तक इस महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 16,250 हो गई है। जबकि इस दौरान कोरोना के 44,438 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 16 लाख को पार कर चुकी है।
Published on:
04 May 2021 02:56 pm
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