
कोविड-19: कोरोना के भय के बीच भारतीय सेना मुख्यालय बंद, कर्मचारियों को सोशल डिस्टेन्सिंग की सलाह
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) द्वारा कोविड-19 ( Covid-19 ) से लड़ने के लिए किए गए संपूर्ण लॉकडाउन ( Lockdown ) के आह्वान के बाद रायसीना हिल के साउथ ब्लॉक में स्थित भारतीय सेना का मुख्यालय ( Indian Army Headquarters ) बुधवार को बंद रहा। सूत्रों ने कहा कि सेना मुख्यालय गुरुवार से लगभग 15 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ काम करेगा।
सैन्य मामलों के विभाग का कार्यालय बुधवार को भी बंद रहा। कोविड-19 के बारे में बात करते हुए, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने कहा कि देश एक ऐसे मोड़ पर है, जहां सशस्त्र बलों को अपने मैन्डेट से परे काम करना होगा और देश को कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में मदद करनी होगी।
इससे पहले, बल ने मुख्यालय में 50 प्रतिशत कर्मचारियों को कम कर दिया था और अपने कर्मियों के लिए सोशल डिस्टेन्सिंग से संबंधित दिशानिर्देश जारी किए थे। भारतीय सेना प्रमुख ने सीधे कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने के उपाय करने में शामिल आवश्यक और आपातकालीन सेवाओं में लगे कर्मियों को छोड़कर 23 मार्च, 2020 से कार्यालयों में उपस्थिति कम करने का निर्देश दिया था।
भारतीय सेना ने सोमवार को अपने कैंटीन स्टोर बंद कर दिए और किराना और आवश्यक सामानों की होम डिलीवरी देने का फैसला किया। एडवाइजरी में कहा गया है कि कोविड-19 प्रतिक्रिया से संबंधित सभी कार्य बिना किसी बाधा के जारी रहने चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी की जनता को संबोधित करते हुए कोरोना के खिलाफ लड़ाई की तुलना महाभारत के युद्ध से की। उन्होंने कहा कि महाभारत का युद्ध 18 दिनों तक चला था, लेकिन कोरोना के खिलाफ 21 दिन लगने वाले हैं। महाभारत के युद्ध के समय श्रीकृष्ण महारथी थे लेकिन आज 130 करोड़ महारथियों के भरोसे कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई को जीतना है। काशीवासियों की भी बहुत बड़ी भूमिका है।
Updated on:
25 Mar 2020 09:01 pm
Published on:
25 Mar 2020 06:30 pm
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