
नई दिल्ली। प्रदूषण के स्तर के बढ़ने के कारण शनिवार की सुबह राष्ट्रीय राजधानी पर विषाक्त धुंध का एक मोटा आवरण नजर आया। इसके साथ हवा का स्तर 'बहुत खराब' की श्रेणी में रहा और अब यह रात तक 'गंभीर' हो जाएगा। दिवाली की पिछली 5 रातों में फोड़े गए पटाखों ने हवा की गुणवत्ता को आपातकालीन स्तरों पर भेज दिया था। गुरुवार को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने दावा किया था कि पीएम 2.5 (एक घातक प्रदूषक) का स्तर दीवाली के दौरान पटाखे न फोड़े जाने पर पिछले 4 सालों में सबसे कम होने की संभावना है।
हवा की ओवरऑल गुणवत्ता खराब हो गई
इस बीच दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक दोपहर में 378 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा। मंत्रालय के सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के अनुसार हवा की ओवरऑल गुणवत्ता खराब हो गई है और 'बहुत खराब' श्रेणी के उच्च स्तर पर है। शाम तक इसके और बिगड़कर गंभीर श्रेणी में पहुंचने का अनुमान है।
एक्यूआई के दिवाली की रात को गंभीर रहने की भविष्यवाणी
इसमें कहा गया है, "एक्यूआई के मध्यम से उच्च तक बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि आज रात तक पीएम 2.5 का स्तर बहुत खराब होने के बाद भी इसके पिछले 4 सालों में दीवाली के समय के स्तर से बेहतर रहने की संभावना है।" सफर ने अधिकारिक तौर पर एक्यूआई के दिवाली की रात को गंभीर रहने की भविष्यवाणी की है। इसमें अब 15 नवंबर की दोपहर के बाद से सुधार शुरू होने की संभावना है।
Updated on:
14 Nov 2020 04:31 pm
Published on:
14 Nov 2020 04:23 pm
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