
Tamil Nadu
नई दिल्ली। महामारी कोरोना वायरस ने पूरे देशभर में कोहराम मचा रखी है। कोरोना की चेन तोड़न के लिए कई राज्यों में लॉकडाउन और कर्फ्यू लगाया गया है। कोरोना की दूसरी लहर से तमिलनाडु में हालत बहुत खराब है। कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए तमिलनाडु सरकार ने 10 से 24 मई तक संपूर्ण कर्फ्यू लगा रखा है। सोमवार से तमिलनाडु में जिलों के भीतर यात्रा करने और बाहर जाने के लिए ई पंजीकरण प्रणाली लागू की गई है। बाहर से आने वाले सभी लोगों को http://eregister.tnega.org पर ई पंजीकरण करना अनिवार्य हो गया है।
आने जाने के लिए ई-पंजीकरण अनिवार्य
चिकित्सा विशेषज्ञों के परामर्श करने के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन 15 दिन का नया कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया है। कोरोना की चेन तोड़ने के लिए नए कर्फ्यू के दौरान पहले से ज्यादा सख्ती बरती जाएगी। वर्तमान में विवाह, किसी रिश्तेदार की मृत्यु, चिकित्सा उपचार और बुजुर्गों की आवश्यकता जैसी जरूरतों के लिए जिलों के भीतर और बाहर यात्रा के लिए ई-पंजीकरण प्रणाली अनिवार्य है। यह प्रणाली आज से लागू हो गई है।
पिछले साल भी लागू किया था ई-पास
आपको बता दें कि ई-पास पिछले साल भी पेश किया गया था जब कोरोना का प्रसार अधिक था। लेकिन ई-पास प्रणाली के कारण कई तरह की गड़बड़ियां सामने आई थी। इन परेशानियों से बचने के लिए प्रदेश में आज आज से ई-पंजीकरण लागू किया गया है। अब ई-पंजीकरण की सरल शुरू की गई है। http://eregister.tnega.org पर रजिस्टर करें और दस्तावेज़ अपने पास रखे।
सीधे अस्पतालों को रेमडेसिविर दवा देगी राज्य सरकार
तमिलनाडु सरकार ने कहा है कि कोविड-19 के मरीजों को दी जाने वाली एंटी-वायरल दवा रेमडेसिविर अब राज्य प्रशासन के बजाय निजी अस्पतालों को सीधे तौर पर दी जाएगी। 18 मई से निजी अस्पतालों को यह सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्हें दवा की जरूरतों को निजी अस्पताल को एक पोर्टल में पंजीकृत करना होगा। बिक्री डिपो से केवल उन अस्पतालों के केवल एक प्रतिनिधि को इन इंजेक्शन को वहां लेकर जाने की इजाजत होगी। इस संबंध में पोर्टल पर पूरी जानकारी दे दी जाएगी।
Published on:
17 May 2021 08:44 am
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