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उड़िया और अंग्रेजी के प्रसिद्ध लेखक मनोज दास का निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक

उड़िया और अंग्रेजी के मशहूर लेखक मनोज दास नहीं रहे, पीएम मोदी ने ट्वीट कर जताया शोक

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Dheeraj Sharma

Apr 28, 2021

famous author manoj das passes away

famous author manoj das passes away

नई दिल्ली। प्रसिद्ध कहानीकार, उड़िया और अंग्रेजी के जाने-माने लेखक मनोज दास ( Manoj Das ) का 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( pm modi )ने मनोज दास के निधन पर शोक जताया। उन्होंने कहा- अंग्रेजी और उड़िया साहित्य के लिए मनोज दास ने अमूल्य योगदान दिया।

पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, मनोज दास ने खुद को एक जानेमाने शिक्षाविद, लोकप्रिय स्तंभकार और उत्कृष्ट लेकर के रूप में स्थापित किया। उन्होंने अंग्रेजी और उड़िया साहित्य में अमूल्य योगदान दिया। ह श्री अरबिंदो के दर्शन के एक प्रमुख प्रतिपादक थे। प्रधानमंत्री ने उनके निधन पर दुख जताते हुए उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

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साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान के लिए पिछले वर्ष पद्म भूषण पुरस्कार से नवाजे जाने वाले मनोज दास का निधन मंगलवार को पुद्दुचेरी के एक नर्सिंग होम में हुआ। दास श्री अरबिंदो आश्रम से जुड़े हुए थे और लगभग पिछले एक साल से आश्रम के ही नर्सिंग होम में टर्मिनल कैंसर का इलाज करा रहे थे।

आश्रम से मिली जानकारी के मुताबिक दास ने 27 अप्रैल की रात 8.15 बजे अंतिम सांस ली। भाषा की बात करें तो मनोज दास की उड़िया के साथ-साथ अंग्रेजी पर अच्छी पकड़ थी। इन दोनों ही भाषाओं में उन्होंने कई कहानियां लिखीं, जो लोगों ने काफी पसंद भी कीं।

अपने सरल, जादूई और प्रभावपूर्ण लेखन के जरिए दास ने न सिर्फ उड़िया भाषियों का दिल जीता बल्कि ग्राहम ग्रीन जैसे महान उपन्यासकार भी उनके लेखन से खासे प्रभावित थे।

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अपने लेखने और शिक्षा क्षेत्र से जुड़े योगदान के लिए उन्हें 2001 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
मनोज दास ने साहित्य की अनेक विधाओं को समृद्ध किया। उनकी 38 प्रकाशित कृतियां हैं लेकिन उन्होंने प्रमुख तौर पर कहानीकार के रूप में पहचान बनाई।

1967 से उन्होंने अंग्रेजी में भी लिखना शुरू किया और जल्द ही खुद को अंग्रेजी और उड़िया दोनों के लेखक के तौर पर स्थापित किया।