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लॉकडाउन के बीच सरकार का बड़ा फैसला, जिले में आवाजाही के लिए अनिवार्य नहीं होगा कर्फ्यू पास

Lockdown में जिला के अंदर आवाजाही के लिए Curfew pass जरूरी नहीं Himachal Pradesh Government का बड़ा फैसला एक जिले से दूसरे में जाने के लिए पास का होना अनिवार्य

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लॉकडाउन के बीच सरकार का बड़ा फैसला, बिना पास के जिले के अंदर कर सकेंगे आवाजाही

नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस ( coronavirus ) का असर तेजी से बढ़ता जा रहा है। अब तक देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 67 हजार के पार पहुंच चुकी है। यही वजह है कि सरकार ने एक बार फिर लॉकडाउन ( Lockdown ) को लेकर विचार विमर्श शुरू कर दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी ( Pm Narendra Modi ) ने तमाम राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बातचीत की है। इस बीच हिमाचल प्रदेश से बड़ी खबर सामने आ रही है।

दरअसल हिमचाल प्रदेश ( Himachal Pradesh ) में सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए बगैर कर्फ्यू पास के वाहनों की आवाजाही को मंजूरी दे दी है। प्रदेश में अब जिले के अंदर आवाजाही के लिए कर्फ्यू पास अनिवार्य नहीं है।

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हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्रदेश के जिलों में अंदर की आवाजाही के लिए पास की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। हालांकि एक से दूसरे जिले में जाने के लिए कर्फ्यू पास अनिवार्य होगा। सीएम जयराम ठाकुर ( CM Jayram Thakru ) ने सोमवार को जिलों के डीसी और एसपी के साथ हुई बैठक में यह फैसला लिया।

सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि अब जिले के भीतर बिना कर्फ्यू पास आवाजाही की अनुमति होगी, जबकि एक से दूसरे जिले में जाने के लिए पास बनाना अनिवार्य होगा।

बिना पास एक से दूसरे जिले में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ में जाने की इजाजत नहीं होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 68 हजार लोगों ने ई-पास के लिए आवेदन किया है। इनमें से बड़ी संख्या में लोग रेड जोन से आ रहे हैं। यही वजह है कि संस्थागत क्वारंटीन सुविधा की जरूरी हो गई है।

उन्होंने उपायुक्तों को निर्देश दिया कि वे ऐसे स्थानों की पहचान करें जहां सुविधाओं के साथ ऐसे लोगों को रखा जा सके। उन्होंने कहा कि इन संस्थानों की स्वच्छता को सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

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सीएम के मुताबिक बंगलूरू से विशेष ट्रेन 13 मई को सुबह छह बजे ऊना पहुंचेगी और थिविम, मड़गांव और करमाली (गोवा) से एक और विशेष ट्रेन 15 मई को ऊना पहुंचेगी। उन्होंने डीसी ऊना को निर्देश दिया कि वे पूरी व्यवस्था करें।