प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद दूसरे चरण के पहले दिन ही कोरोना का टीका लगवाकर लोगों में इसके प्रति जागरूक रहने का संदेश दे दिया था। पहले सरकारी अस्पतालों और कुछ निजी अस्पतालों में टीका लगाया जा रहा था, मगर सरकार ने अब देशभर के सभी निजी अस्पतालों में कोरोना का टीका लगाने की अनुमति दे दी है। बता दें कि सरकारी अस्पतालों में कोरोना का टीका मुफ्त में लगाया जा रहा है, जबकि निजी अस्पतालों के लिए सरकार की ओर से शुल्क तय कर दिया गया है। इसमें पहले डोज के लिए शुल्क 250 रुपए और दूसरे डोज के लिए 250 रुपए का भुगतान करना होगा।
बुजुर्ग नागरिक चाहे ऑनलाइन या ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए के लिए कैंप पहुंच रहे हैं, या फिर टीका लगवाने के लिए वैक्सिनेशन सेंटर, दोनों ही जगह उनका आदर और सत्कार किया जा रहा है। डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारी बुजुर्गों को पूरी प्रक्रिया के दौरान दूसरी जरूरी सुविधाओं के अलावा उन्हें चाय और नाश्ता भी उपलब्ध करा रहे हैं। यही नहीं, उन्हें किसी भी तरह की दिक्कत होने पर तुरंत उसे दूर करने का प्रयास भी किया जा रहा है।
कई बड़े अस्पताल बुजुर्गो की सुविधा की देखते हुए खुद सोसाइटी में जाकर कैंप लगा रहे हैं, जिससे बुजुर्ग नागरिक कोविन ऐप पर ऑनलाइन या ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकें। इसके अलावा, जब बुजुर्ग व्यक्ति अपना नंबर आने पर टीका लगवाने के लिए अस्पताल पहुंचते हैं, तो वहां उन्हें व्हीलचेयर की सुविधा भी दी जाती है। सूत्रों की मानें तो मुंबई के मुलुंड जंबो सेंटर पर बुजुर्गों को नाश्ता और दूसरी सुविधाएं मुफ्त में देने के लिए रकम जुटाई जा रही है। इसके लिए कई क्लब और समाज सेवी संस्थाएं भी आगे आ रही हैं।