
कोरोना वायरस से मरने वालों ( death rate ) की संख्या में भी भारी कमी आई।
नई दिल्ली। एक तरफ कोरेाना वायरस ( Coronavirus Pandemic ) का कहर जारी है तो दूसरी तरफ इस महामारी के खिलाफ जंग में भी सफलता मिलने की दर में बढ़ोतरी जारी है। शनिवार को भारत ( India ) में सबसे ज्यादा 57,381 कोरोना मरीज ( Corona Patients ) इलाज के बार घर लौट गए। कोरोना से एक दिन में ठीक होने वालो लोगों की अब तक ये बड़ी संख्या है। इसके साथ ही भारत में कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 18 लाख हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ( Health ministry ) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत ने एक दिन में रिकॉर्ड संख्या में टेस्ट ( record test ) किए हैं। भारत में शनिवार को 868,679 लोगों के कोरोना सैंपल टेस्ट ( Corona Sample test ) हुए। इसी के साथ देश में होने वाले टेस्टों की कुल संख्या 2.9 करोड़ हो गई।
12 राज्यों में रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से ज्यादा
इसके अलावा 12 राज्यों में रिकवरी ( recovery rate ) राष्ट्रीय औसत से अधिक है, जिसमें दिल्ली सबसे आगे है। हेल्थ मिनिस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में लगभग 90% लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं। उसके बाद दूसरे नंबर पर हरियाणा 84% और तीसरे नंबर पर तमिलनाडु 82% मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।
दिल्ली मॉडल बेस्ट
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने नए संक्रमणों में कमी और मौतों की संख्या में गिरावट के लिए दिल्ली मॉडल ( Delhi model ) को श्रेय दिया। दिल्ली मॉडल में रैंपिंग टेस्टिंग और कोविड-19 ( Covid Test )उपचार के लिए बिस्तरों की संख्या पर जोर, घर पर कोई लक्षण या हल्के लक्षणों के साथ अलगाव, नाड़ी ऑक्सीमीटर और ऑक्सीजन सांद्रता, प्लाज्मा थेरेपी और सर्वेक्षण और स्क्रीनिंग प्रदान करने पर सबसे ज्यादा जोर दिया जाता है। अब भारत संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए परीक्षण, ट्रैक, और उपचार रणनीति पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ( AIIMS ) के कम्यूनिटी मेडिसिन हेड पुनीत मिश्रा बताते हैं कि दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में टेस्ट की रणनीति को अब बेहतर करने की जरूरत है। इन क्षेत्रों में हमें मृत्यु दर को कम करने पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
इसके लिए अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को उन लोगों पर नज़र रखनी होगी। जिनमें कोरोना के लक्षण हैं। खासकर उच्च जोखिम वाले समूहों के बीच। इस बात को ध्यान में रख कर कि समय रहते अस्पताल पहुंच जाएं।
डेथ रेट 1.4%
हेल्थ विभाग के अधिकारियों के मुताबिक अब अस्पतालों में बेहतर इलाज पर ध्यान दिया जा रहा है, घर में क्वारंटीन, जल्दी और बेहतर इलाज के लिए एंबुलेंस की बेहतर सेवाओं पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। सरकार डॉक्टरों के क्लिनिकल मैनेजमेंट स्किल पर भी काम कर रही है।
एम्स के डॉक्टर टेलीकॉन्सेलेशन के माध्यम से सक्रिय तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में कोरोना से मरने वाले ( death rate ) लोगों का अनुपात 1.4 प्रतिशत है।
Updated on:
16 Aug 2020 02:35 pm
Published on:
16 Aug 2020 11:24 am
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